आई शाकिंग

- रात में मिलने वाली इमदाद लूट ले जा रहे मनबढ़

- पीटकर छीनते कंबल, विरोध पर थमाने लगते रुपए

GORAKHPUR: सर्दी के दिनों में गरीब-बेसहारा लोगों को कंबल के जरिए गर्मी देने वाले लोगों की उम्मीदें और अरमान रेलवे स्टेशन रोड पर चकनाचूर हो रहे हैं। कड़ी ठंड से जंग लड़ने के लिए मिलने वाले इन कंबलों पर लुटेरे घात लगाए बैठे हैं। हालत यह है कि स्टेशन परिसर से लेकर रोडवेज तक भटकने वाले जरूरतमंदों को मदद मिलते ही यह मनबढ़ लूटकर फरार हो जा रहे है। गरीब, मानसिक रोगी, महिलाओं और बच्चों के हाथों से कंबल छीनकर बाजार में बेचने का धंधा शुरू हो गया है। शनिवार की रात मदद का कंबल छीनने में एक युवक पकड़ा गया। मामला बिगड़ने पर उसने जीआरपी के पूर्व इंस्पेक्टर का नाम बताकर पब्लिक पर धौंस जमाने की कोशिश भी की। पब्लिक उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर पाती। इसके पहले मौका पाकर वह फरार हो गया।

स्टेशन रोड के असहायों में हो रहा वितरण

रेलवे स्टेशन से लेकर रोडवेज बस अड्डे तक गरीब, असहाय, मानसिक रोगी, भिखारी सहित अन्य पीडि़त भटकते रहते हैं। खानाबदोश किस्म के लोगों का जमावड़ा भी स्टेशन रोड पर लगा रहता है। कड़ाके की सर्दी शुरू होने पर स्टेशन रोड के असहायों और गरीबों की मदद के लिए शहर के लोग दिल खोलकर खर्च कर रहे हैं। एनजीओ संचालक, बिजनेसमैन, सोशल वर्कर सभी लोग अपनी ओर से गर्म कपड़ों का इंतजाम करने में जरा सा भी नहीं झिझक रहे हैं। सेवा के लिए लोगों की प्राथमिकता रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन का इलाका है। यहां ठौर पाने वाले जरूरतमंद अच्छी तादाद में मिल जाते हैं। ऐसे लोगों को रोजाना कोई न कोई मदद पहुंचा रहा है। जिसका नाजायज फायदा मनबढ़ और नशेड़ी उठाने में जुट गए हैं।

मौका मिलते ही छिनैती

रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे तक एक्टिव 10 से 12 मनबढ़ों की टीम गर्म कपड़ों के वितरण की रेकी कर रही है। किसी जगह पर कंबल या शॉल बंटने के कुछ देर बाद ही मनबढ़ पहुंच जा रहे हैं। कंबल पाने वाले बच्चों, मानसिक रोगियों और अन्य को धमकाकर उनसे कंबल छीनने की कोशिश करते हैं। कोई मान गया तो ठीक, नहीं तो उसकी पिटाई भी कर रहे हैं। राहगीरों के हस्तक्षेप करने पर उनसे भी उलझ जाते हैं। विरोध बढ़ने पर पीडि़त को सौ-पचास रुपए देकर मैनेज करने का प्रयास करते हैं। लोगों का कहना है कि कंबल छीनने वाले नशेड़ी किस्म के हैं। वह लोगों से कंबल छीनकर 50 से 100 रुपए में बेच आते हैं।

कंबल लुटेरे से बचने को दुकान में भागा बालक

शनिवार की रात स्टेशन कैंपस के पास कंबल का वितरण किया। नौ साल के एक गरीब बच्चे को कंबल मिला। कंबल बांटने वालों के लौटने के बाद मनबढ़ों ने उसके हाथ से कंबल छीनना शुरू कर दिया। स्टेशन परिसर से भागकर बच्चा एक दुकान में घुस गया। कंबल छीनने के प्रयास में मनबढ़ भी पहुंच गया। माजरा समझ में आने पर वहां मौजूद लोगों ने टोका-टाकी तो नशे में धुत युवक भिड़ गया। जीआरपी में तैनात रहे एक पूर्व इंस्पेक्टर का नाम बताकर धौंस जताने लगा। पिटाई से बचने के लिए वह बच्चे को सौ रुपए देने लगा। बच्चे को रोता-बिलखता देखकर लोगों ने युवक को पकड़ लिया। पुलिस को सौंपने की बात आते ही मौका देखकर वह भाग निकला। बच्चे ने बताया कि रोजाना कोई न कोई कंबल छीन ले जाता है। विरोध करने पर पिटाई भी कर देते हैं।

Posted By: Inextlive