Gorakhpur : नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के मामले को मुंह चिढ़ाता नया गैंग सामने आया है. यूनिवर्सिटी से लेकर रेलवे के एग्जाम में नंबर बढ़वाने वाला गैंग सिटी में बेरोजगार युवकों से ठगी कर रहा है. ठगी करने वाला यह गैंग सैकड़ों लोगों को चूना लगा चुका है. फ्राइडे को इस गैंग का एक मेंबर यूनिवर्सिटी के पास पकड़ा गया लेकिन कार्रवाई नहीं हो सकी. वहीं एसपी सिटी का कहना है कि ऐसे किसी भी गैंग के बारे में सूचना देकर पब्लिक पुलिस की मदद ले सकती है.


बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है ठगी का आरोपीफ्राइडे की दोपहर यूनिवर्सिटी के पास पिपराइच एरिया के अवधेश कुमार और अश्वनी साहनी एक युवक को देखकर शोर मचाने लगे। युवकों का शोर सुनकर पास पड़ोस के लोग जमा हो गए। लोगों की सूचना पर यूनिवर्सिटी चौकी की पुलिस पहुंच गई। अवधेश, अश्वनी और पकड़े गए युवक को पुलिस चौकी पर ले गई। युवक के साथ एक युवती भी थी। अवधेश और अश्वनी ने बताया कि आरोपी ने आईटीआई में एडमिशन दिलाने के नाम पर 20 हजार लिए हैं। मांगने पर रुपए लौटाने के बजाय जानमाल की धमकी दे रहा था। पुलिस ने आरोपी को बिठाया तो उसके साथ मौजूद युवती खिसक गई। ओएमआर के ब्लैंक खाने को करते हैं काला
आरोपी युवक ने पुलिस को बताया कि उसने स्टूडेंट्स से 20 हजार नहीं बल्कि 15 हजार लिए हैं। राप्ती नगर फेज फोर में रहने वाला मणि पूरे गैंग को चलाता है। किसी भी एग्जाम में नंबर बढ़ाने का ठेका लिया जाता है। उसके बाद सेटिंग करके ओएमआर सीट में ब्लैंक छोड़े गए खाने को काला कर देते हैं। इससे कैडिंडेट्स के नंबर अच्छे आ जाते हैं। इस तरह से वह देवरिया आईटीआई में तीन स्टूडेंट और 2012 में बीएड के दो स्टूडेंट्स का दाखिला करा चुका है। उसके साथ पांच- छह लोग काम करते हैं जो लोग रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षाओं में पास कराने का ठेका लेते हैं। भोले-भाले स्टूडेंट्स पर चलाते हैं बाण कम पढ़ाई में अधिक नंबर पाने के चक्कर में स्टूडेंट्स कंगाल हो रहे हैं। स्टूडेंट्स से नंबर बढ़वा कर एडमिशन दिलाने के नाम पर जालसाज ठगी करते हैं। स्टूडेंट्स की हैसियत के हिसाब से पैसा तय किया जाता है। कभी-कभी तो इनके चंगुल में कोई मोटा आसामी भी फंस जाता है। इस दौरान अपनी मेहनत से पास हुए स्टूडेंट का पैसा बेकार चला जाता है। यदि किसी का नंबर नहीं बढ़ पाया तो आधी अधूरी रकम लौटाकर जालसाज अपना पिंड छुड़ा लेते हैं। इस मामले की जानकारी नहीं है। पता करने के बाद कुछ कह सकते हैं। सिटी में ऐसे किसी रैकेट को चलने नहीं दिया जाएगा। पीड़ित स्टूडेंट शिकायत करें तो पुलिस की टीम जालसाजों को दबोचने के लिए छापेमारी करेगी। परेश पांडेय, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive