जिले में कुख्यातों के नाम संबोधन से सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाने वालों पर पुलिस का शिकंजा कसेगा. फेसबुक से लेकर वॉट्सएप ग्रुप तक पर पुलिस की निगरानी बढ़ गई है. जिले में 22 से अधिक ऐसे नाम सामने आए हैं जो किसी न किसी अपराधी से प्रेरित नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर असलहों का भौकाल दिखाने वालों पर कार्रवाई के साथ ही ऐसे लोगों की भी तलाश शुरू कर दी गई है.


गोरखपुर (ब्यूरो).पुलिस का मानना है कि जो लोग भी इस तरह की हरकत करते हैं। वह किसी ने किसी अपराधी से प्रभावित होते हैं। ऐसे लोगों की डिटेल भी तैयार की जाएगी। ताकि किसी तरह की गड़बड़ी सामने आने पर कार्रवाई हो सके।केस एक : लेडी डॉन के अकाउंट से दी धमकी सोशल मीडिया के ट्वीटर हैंडल से गोरखनाथ मंदिर को उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। इस प्रोफाइल के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके सुरक्षा बढ़ा दी, लेकिन अकाउंट हैंडलर के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी। इस अकाउंट की जांच जारी है। केस दो: सोशल मीडिया के वर्चस्व में हुआ डबल मर्डर


तीन साल पूर्व खोराबार एरिया के रहने वाले दो चचेरे भाइयों का मर्डर झंगहा में हुआ था। उनके ही ग्रुप से जुड़े युवकों ने दावत के बहाने बुलाकर दोनों को गोलियों से भून दिया। इस मामले की जब जांच हुई तो सामने आया कि वॉट्सएप ग्रुप बनाकर मनबढ़ एक दूसरे पर प्रभाव जमाते थे। घटना की छानबीन में 12 से अधिक युवकों का नाम सामने आया था। 22 से अधिक लोगों को किया गया चिन्हित

सोशल मीडिया पर लेडी डॉन, डॉन सहित अन्य तरह के नामों से प्रोफाइल बनाने के मामले सामने आए हैं। इसको देखते हुए एसएसपी ने साइबर सेल को ऐसे अकाउंट और प्रोफाइल की निगरानी का निर्देश दिया था। साइबर सेल की तरफ से ऐसे मनबढ़ों की लिस्ट बनाई जा रही है जो भौकाल बनाने के लिए ऐसे नामों का इस्तेमाल करते हैं। उनके बारे में पूरा ब्यौरा तैयार किया जाएगा जिससे नजर रखी जा सके। इस तरह के नाम का करते इस्तेमाल लेडी डान, माफिया डॉन, छात्र डीडीयू यूनिवर्सिटी गोरखपुर, माफिया विक्की, माफिया किंग राजपूत, माफिया भाई गोरखपुर, राहुल माफिया गोरखपुर, माफिया सरकार, अभिषेक राज, महादेव, महाकाल यह जांच कर रही पुलिस की टीम - प्रोफाइल में लगी फोटो किस व्यक्ति की है। उसकी आम सोहबत कैसी है। - प्रोफाइल बनाने वाले व्यक्ति की फोटो उसकी खुद की है या किसी अन्य की। - यदि सोशल मीडिया अकाउंट फर्जी है तो वह किसका है? क्यों बनाया गया है? - संबंधित प्रोफाइल से जुड़े लोग कैसे हैं? उनके खिलाफ कोई मुकदमा तो नहीं दर्ज है। - ऐसे लोग यदि छात्र हैं तो उनके पैरेंट्स से भी पुलिस संपर्क साधेगी। - सोशल साइट पर जुड़े लोगों की जानकारी भी ली जाएगी।

सोशल मीडिया प्रोफाइल से भी लोगों के बारे में जानकारी मिलती है। कुछ लोगों के बारे में शिकायत मिलने पर जांच की जा रही है। इसकी लिस्ट तैयार करने को कहा गया है। क्रिमिनल रिकॉर्ड मिलने या आपराधिक तत्वों से जुड़ाव मिलने पर कार्रवाई होगी। - डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी

Posted By: Inextlive