Gorakhpur : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना अपने फ्यूचर के खिलवाड़ करने के बराबर है. यह हम नहीं बल्कि यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स कह रहे हैं. यूनिवर्सिटी का सेशन शुरू हुए करीब 3 मंथ से ज्यादा का वक्त बीत चुका लेकिन यहां क्लासेज चलना तो दूर अभी तक स्टूडेंट्स रिजल्ट के पेंच ही फंसे हुए हैं. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब रिजल्ट ही नहीं कंपलीट है तो क्लासेज कैसे चलेंगी और कोर्स कैसे कंप्लीट होगा. इससे स्टूडेंट्स इस टेंशन में डूब हैं कि वह यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स हैं भी या नहीं. वहीं एडमिशन न होने की वजह से आगे की प्रिपरेशन नहीं हो पा रही है.


नहीं हो पा रही है प्रिपरेशनयूनिवर्सिटी के लापरवाह रवैये और बारकोडिंग की जद में आए सैकड़ों स्टूडेंट्स की प्रिपरेशन पर मानो ग्रहण सा लग गया है। स्टूडेंट्स अभी तक इस बात को लेकर परेशान हैं कि वह नेक्स्ट क्लास में गए भी है या नहीं, इसकी वजह से वह नेक्स्ट इयर की प्रिपरेशन तक नहीं कर पा रहे हैं। स्टूडेंट्स की मानें तो यूनिवर्सिटी के डिक्लेयर रिजल्ट में उनका रिजल्ट इनकंपलीट शो कर रहा है। ऐसे में परेशानी इस बात की है कि वह खुद को किस क्लास में माने, वहीं यह कनफ्यूजन में हैं कि वह पास भी हैं या नहीं।नेक्स्ट मंथ होने हैं सेमेस्टर एग्जाम
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के सामने सिर्फ एक नहीं बल्कि प्रॉब्लम का पिटारा है। यूनिवर्सिटी को हर 6 मंथ पर होने वाले सेमेस्टर एग्जाम भी कराने हैं, ऐसे में उनकी क्या स्ट्रैटजी होगी, इसको लेकर यूनिवर्सिटी में काफी चर्चा है। एग्जाम से पहले नवंबर में एकेडमिक कॉनक्लेव और उसके बाद यूनिवर्सिटी कनवोकेशन भी कराने की तैयारी में हैं, ऐसे में क्लासेज और एडमिशन दोनों ही पॉसिबल नहीं है। यहां तक की कई यूनिवर्सिटी के टीचर्स ही परेशान हैं कि इस साल कहीं सेशन काफी लेट न हो जाए। वहीं सेमेस्टर एग्जाम से पहले यूनिवर्सिटी को अपने रिजल्ट डिक्लेयर कर देने चाहिए, लेकिन खामियों की वजह से अब तक ऐसा नहीं हो सका है।नहीं चलेंगी क्लासेजयूनिवर्सिटी की बात की जाए तो यहां यूजीसी की गाइडलाइंस पूरी नहीं होंगी यह तय हो चुका है। एग्जाम में सिर्फ 4 मंथ का वक्त बचा है और इस दौरान प्रैक्टिकल, इलेक्शन और सेमेस्टर एग्जाम को मिलाकर करीब 2 मंथ से ज्यादा यूनिवर्सिटी में क्लासेज नहीं चल सकेंगी। इसके साथ ही विंटर वैकेशन और कई और भी छुट्टियां पडऩी है जिस वजह से भी क्लासेज डिस्टर्ब रहेगी। ऐसे में कोर्स तो कंप्लीट होना दूर, उसका 50 परसेंट तक पहुंचना काफी मुश्किल लग रहा है।

Posted By: Inextlive