- केंद्र सरकार की रीवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन स्केल स्कीम के तहत 13 नए सबस्टेशन बनाए जाएंगे

- अलग-अलग क्षमता के एक हजार से अधिक लगाए जाएंगे ट्रांसफार्मर

GORAKHPUR:

गोरखपुर जिले के इलाकों और कस्बों के करीब 7 लाख कंज्यूमर्स को बेहतर बिजली सप्लाई देने के लिए जर्जर बिजली वितरण सिस्टम को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। केंद्र सरकार की रीवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन स्केल स्कीम में अभियंताओं ने विभिन्न ब्लॉकों में 13 नए बिजलीघर बनाने और अलग-अलग क्षमता के एक हजार से अधिक नए ट्रांसफार्मर लगाने के साथ ही 1200 ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव बनाकर पूवरंचल एमडी को भेजा है।

जिले के डिफरेंट एरिया में वर्तमान में 62 बिजलीघरों के माध्यम से 7 लाख इलाकों को बिजली सप्लाई मुहैया कराई जाती है। इनमें से कुछ बिजली घर ओवरलोड हैं। बिजली वितरण सिस्टम के जर्जर होने से आए दिन लोगों को बिजली कटौती से परेशानी होती है। अब केंद्र सरकार ने अर्बन और रूरल एरिया में बिजली वितरण सिस्टम में सुधार के लिए रीवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन स्केल स्कीम लागू किया है।

पूवरंचल एमडी ने गोरखपुर जोन के लिए निदेशक कार्मिक को नोडल अधिकारी नामित किया है। अबतक वे तीन बार दौरा कर चुके हैं। उनके निर्देश पर ग्रामीण वितरण मंडल प्रथम व द्वितीय के अभियंताओं ने अपने सभी छह वितरण खंडों में सुधार का प्रस्ताव बनाकर पूवरंचल एमडी को भेजा है। इसमें 13 नए बिजलीघरों के साथ ही बिजली घरों के पावर ट्रांसफार्मरों की क्षमता के साथ ही एचटी व एलटी लाइन के जर्जर तार को बदलने के लिए प्रस्ताव भेजा है। अधिकारियों का कहना है कि पांच साल में सिस्टम सुधार के काम होने से आगामी 15 साल तक किसी सुधार की जरूरत नहीं होगी। योजना के तहत भेजे गए प्रस्ताव पर जल्द ही स्वीकृति मिलने की संभावना है। इसके बाद काम शुरु होंगे।

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वर्जन

रीवैंप्ड योजना के तहत अर्बन और रूरल में 13 नए बिजलीघर बनाने को प्रस्ताव दोनों सर्किल से भेजा गया है। इसके साथ ही कुछ नए ट्रांसफार्मर लगाने व कुछ ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का प्रस्ताव भी भेजा गया है। एचटी व एलटी लाइन के जर्जर तार बदलने का भी प्रावधान है। सिस्टम सुधार के ये काम होने से इलाकों को बेहतर बिजली सप्लाई मिलेगी।

ई। राजीव चतुर्वेदी, नोडल अधिकारी बिजली निगम

Posted By: Inextlive