- संक्रमण पर अंकुश रखने सड़क पर उतरा आरटीओ अमला, 9 स्लीपर बसों का चालान

- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के खुलासे पर आरटीओ ने लिया संज्ञान

GORAKHPUR: बाहरी संक्रमण पर अंकुश लगाए रखने आरटीओ अमला भी अलर्ट हो गया है। बुधवार को आरटीओ अनीता सिंह के नेतृत्व में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट सड़क पर उतर आया। नौसड़ में बसों को रोककर पैसेंजर्स की आरटीपीसीआर रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट मांगे। कई बस के ड्राइवर-कंडक्टर यह रिपोर्ट नहीं दिखा सके। जयपुर से आई बस के पैसेंजर्स की भी कोरोना संबंधी कोई रिपोर्ट बस स्टाफ के पास नहीं थी। आरटीओ ने बस पर 16,500 रुपए का जुर्माना किया। इसके अतिरिक्त 9 अन्य बसों का चालान किया।

गवर्नमेंट ने अन्य स्टेट में आवागमन करने वाले पैसेंजर्स के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट मस्ट कर दी है, लेकिन ट्रेवल्स ऑपरेटर्स बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के पैसेंजर्स को प्रदेश के बाहर भेज रहे हैं और लेकर भी आ रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 31 अगस्त को 'आरटीओ को ठेंगा, आरटीपीसीआर रिपोर्ट के बिना ट्रेवल्स ऑपरेटर करा रहे दूसरे राज्यों की जर्नी' खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद अफसर अलर्ट मोड पर आए। बुधवार को आरटीओ ने खबर का संज्ञान लेते हुए गोरखपुर से लखनऊ रूट पर नौसड़ के पास स्लीपर बसों को चेक किया। जांच के दौरान जयपुर से आने वाली स्लीपर बस (यूपी81सीटी4912) स्टाफ के पास किसी भी पैसेंजर्स की आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट नहीं था। बस में 22 पैसेंजर सवार थे। इस दौरान 20 स्लीपर बसों की जांच की गई। इसमें से 9 बसों का चालान किया गया। इस अवसर पर सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन एसपी श्रीवास्तव, यात्रीकर अधिकारी रवि त्यागी आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive