गोरखपुर में 63 माफिया ऐसे चिन्हित हुए हैं जो पैसे के लिए गुंडागर्दी करते हैं. वहीं 141 पेशेवर बदमाश गोरखपुर रेंज में आर्थिक लाभ के लिए अपराध कर रहे हैं. सभी को माफिया घोषित करने के बाद पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।सबसे ज्यादा 63 माफिया गोरखपुर में चिन्हित हैं जो गिरोह बनाकर आर्थिक लाभ के लिए हत्या, लूट, चोरी, खनन, अवैध शराब बेचने के साथ ही धोखाधड़ी करके दूसरे की भूमि बेचते हैं। सूची में शामिल कई लोगों पर पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई करके संपत्ति जब्त करवा चुकी है। जो माफिया बचे हैं, थानेदार उनकी निगरानी कर रहे हैं। एक्टिव बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ ही गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई है।टॉप पर फरार राघवेन्द्र यादव


पुलिस ने माफिया की जो सूची तैयार की है उसमें टॉप पर राघवेंद्र यादव,सुधीर सिंह,विनोद उपाध्याय, राकेश यादव, अजीत शाही, सत्यव्रत,चंदन सिंह का नाम शामिल है। इनके अलावा भी कई बदमाश है जो आर्थिक लाभ के लिए गिरोह बनाकर अपराध कर रहे हैं। पुलिस ने जो सूची तैयार की है उसमें 16 शराब, पांच भूमि, चार पशु और तीन खनन माफिया चिन्हित हैं। सूची में शामिल 35 अन्य माफिया अपने गिरोह के सदस्यों संग मिलकर आर्थिक लाभ के लिए हत्या,लूट,चोरी,वाहन चोरी करते हैं। कुशीनगर में सबसे ज्यादा भू माफिया

गोरखपुर रेंज में सबसे ज्यादा पशु और भू-माफिया कुशीनगर जिले में है। पुलिस के रिकार्ड की माने तो कुशीनगर जिले में नौ भूमि व सात पशु माफिया हैं। देवरिया में एक पशु माफिया है जबकि कोई भू माफिया कोई चिन्हित नहीं है। महराजगंज में छह भूमि व चार पशु माफिया चिन्हित हैं।किस जिले में कितने माफिया चिन्हित गोरखपुर - 63देवरिया - 12कुशीनगर- 37महराजगंज- 29आर्थिक लाभ के लिए गिरोह बनाकर अपराध करने वालों पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। सूची में शामिल बदमाश व उनके साथियों की हिस्ट्रीशीटर खोलने के साथ ही गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई है। थानेदार अपने क्षेत्र में रहने वाले सभी माफिया की नियमित निगरानी कर रहे हैं।- जे। रविन्दर गौड़, आईजी रेंज

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