GORAKHPUR : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में फ्राइडे को पोस्टर और स्लोगन कॉम्प्टीशन ऑर्गेनाइज किया गया. इसमें स्लोगन कॉम्प्टीशन में मारकांडेय चंद ने बाजी मारी. शशिकांत पांडेय को दूसरी और संगीता सिंह को तीसरी पोजीशन हासिल हुई. वहीं पोस्टर कॉम्प्टीशन में रीना चौधरी और दीक्षा राय को अव्वल पोजीशन हासिल हुई. अंजली को सेकेंड वहीं पूजा और शिवप्रसाद को ज्वाइंटली तीसरी हासिल हुई. इस दौरान बतौर चीफ गेस्ट प्रो. आरपी शुक्ला रहे. पोस्टर/स्लोगन के माध्यम से आर्टिस्ट अपनी सोच को लोगों के सामने पेश करता है. स्लोगन पढऩे लायक और अटै्रक्टिव होना चाहिए जिससे वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी तरफ खींच सके. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिस तरह से स्टूडेंट्स ने भावनाओं को उकेरा है वह तारिफ के काबिल है.


सभी टॉपिक्स पर दिखाया हुनर
प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ। अजय कुमार शुक्ला नें रिजल्ट डिक्लेयर करते हुए कहा कि दिय गए सभी टॉपिक्स वोटर अवेयरनेस, भ्रुण हत्या, पर्यावरण, नया भारत पर वालंटियर्स ने एक्सिलेंट परफॉर्मेंस दी है। यह उनकी पर्सनालिटी डेवलपमेंट में यह उनके लिए काफी हेल्प करेगा। एनएसएस के प्रोग्राम्स स्टूडेंट्स के डेवलपमेंट में अहम रोल अदा करते हैं। इस दौरान डॉ। शरद मिश्रा एवं डॉ। उमेश यादव नें भी स्टूडेंट्स को संबोधित किया। दीक्षा राय ने अपने स्लोगन में कहा कि 'अंधेरे को मिटाने के लिए एक दीपक जलाना होगा, भ्रष्टाचार के लिए अपना मताधिकार प्रयोग में लाना होगा', वहीं अम्बुज मिश्रा ने कहा कि 'हम कौन थे हम कौन है, और क्या होंगे अभी, आओ विचारे मिलकर आज, ये समस्यायें अभी'.  संजय कुमार ने कहा कि 'लगेगी आग तो पानी पे चल के आयेगें, हम इस दौर से आगे निकल जायेगें' प्रीति दूबे ने कहा 'स्त्रियां हमारे देश की धरोहर है, और स्त्री शिक्षित होगी तो समाज शिक्षित होगा। देश शिक्षित होगा तो पूरी दुनिया शिक्षित होगी'। गोल्डी ने कहा कि 'तारों के बिना कभी विद्युत संचार नहीं होता, रेखाओं के बिना चित्र कभी तैयार नहीं होता'। सपना श्रीवास्तव ने कहा कि 'दुनिया की सारी शक्तियां हमारे अन्दर ही नीहित होती है, अपनी हाथ आंखों पर रखकर हम अंधेरा होने का भ्रम पाल लेते हैं।

Posted By: Inextlive