प्रीपेड मीटर का स्मार्ट फर्जीवाड़ा, कंज्यूमर को भेजा 17 लाख का बिल
गोरखपुर (ब्यूरो): प्री-पेड मीटर होने के बाद पॉवर कॉरपोरेशन ने कंज्यूमर्स को बिल भेज दिया। भेजने वाले जिम्मेदारों ने इसकी जांच करने की जहमत भी नहीं उठाई कि प्री-पेड मीटर है तो भला बिल कैसे जनरेट हो सकता है। कंप्लेन पहुंचने के बाद जिम्मेदार अब इसे टेक्निकल फाल्ट बता रहे हैं और संबंधित खंड के एक्सईएन को बिल की खामियां दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इन्हें भी थमाया लाखों का बिल केस-1: मेडिकल एरिया निवासी रचना अग्रवाल का प्रीपेड कनेक्शन नंबर 7577277000 है। 4 किलोवॉट का कनेक्शन है। प्रति माह रिचार्ज कूपन से बिल जमा करती हैं। इसके बाद भी बिजली विभाग ने 17,91,926 रुपए का बिल भेज दिया है। इसे लेकर वह परेशान हैं।
केस-2: बक्शीपुर निवासी शमा परवीन के नाम से दो किलोवॉट का प्रीपेड कनेक्शन है। कनेक्शन नंबर 561377000 है। वह भी हर महीने कूपन से रिचार्ज कराती हैं, लेकिन उन्हें विभाग ने 13,58,829 रुपए का बिल भेज दिया। 1. मेडिकल रोड निवासी बृजमोहन जोशी का प्रीपेड मीटर कनेक्शन नंबर 1851377000 है। उन्होंने 4 किलोवॉट का कनेक्शन ले रखा है। हर महीने रिचार्ज कराते हैं और बिजली जलाते हैं। मगर इस बार रीचार्ज करने के बाद भी उनके घर 13,74,773 रुपए का बिल भेज दिया गया।
2. सिटी के बृजभूषण तिवारी का प्रीपेड कनेक्शन नंबर 9909436006 है। उन्होंने 3 किलोवॉट का कनेक्शन ले रखा है। रिचार्ज कूपन से बिजली जलाते हैं, लेकिन उनका भी 10,41,050 रुपए का बिल आ गया है। 3. वसुंधरा एनक्लेव निवासी नरसिंह प्रसाद का प्रीपेड कनेक्शन नंबर 3832480840 है। 2 किलोवाट का लोड है। हर महीने रिचार्ज कराने के बाद भी 13,95,253 रुपए का बिल आ गया। पॉवर कॉरपोरेशन के सिस्टम में खामियां आने जाने से प्रीपेड मीटर कनेक्शन होल्डर के गलत बिल बन गए है। अधिशासी अभियंता को बिल संशोधित करने के लिए कहा गया है्। बिलों को ठीक कराया जा रहा है। ई। यूसी वर्मा, एसई शहर