ईद-उल-अजहा की नमाज 10 जुलाई रविवार को सुबह 5.45 बजे से 10:30 बजे तक सभी ईदगाहों व मस्जिदों में अदा की जाएगी. इसे लेकर तैयारियां जारी हैं. शुक्रवार को शहर की ईदगाहों व प्रमुख मस्जिदों में अदा की जाने वाली ईद-उल-अजहा नमाज़ का समय जारी किया गया. कारी मोहम्मद अनस रजवी ने बताया ईदगाह में ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अजहा की नमाज़ अदा करना पैगंबर-ए-आज़म हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व आपके सहाबा किराम की सुन्नत है. इसलिए कोशिश रहे कि ईद-उल-अजहा की नमाज़ ईदगाह में अदा करें.


गोरखपुर (ब्यूरो)। मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी व नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने अपील की है कि ईद-उल-अजहा त्योहार अमनो अमान के साथ मनाएं। कुर्बानी स्थलों के चारों तरफ पर्दा लगाकर कुर्बानी करें। सोशल मीडिया पर कुर्बानी की फोटो और वीडियो न डालें। कुर्बानी 10, 11 व 12 जुलाई यानी तीन दिन तक ही होगी।ईदगाहों व मस्जिदों में नमाज़ का समय- चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर, बेनीगंज ईदगाह रोड मस्जिद 5:45 बजे- सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर, मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार, मक्का मस्जिद मेवातीपुर, मस्जिद मजहरूल हक गीता प्रेस, गौसिया जामा मस्जिद लीची बाग जामिया नगर, नूरी जामा मस्जिद अहमदनगर चक्शा हुसैन 6:00 बजे - मोती जामा मस्जिद अमरुतानी बाग रसूलपुर 6:15 बजे


- बेलाल मस्जिद इमामबाड़ा अलहदादपुर, मस्जिद फैजाने इश्के रसूल अब्दुल्लाह नगर सिधारीपुर, हुसैनी जामा मस्जिद बडग़ो, जामा मस्जिद गुलरिया बाज़ार, मस्जिद अहले बैत पुराना गोरखपुर गोरखनाथ, गाजी मस्जिद गाजी रौजा, अशरफी जामा मस्जिद हुमायूंपुर उत्तरी, नूर जामा मस्जिद चिलमापुर 6:30 बजे- मस्जिदे जोहरा मौलवी चक बडग़ो, नूरानी जामा मस्जिद कामरेड नगर रसूलपुर- 6:45 बजे

- मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक, ईदगाह हजऱत मुबारक खां शहीद नार्मल, हुसैनी मस्जिद पादरी बाज़ार, गौसिया निजामिया मस्जिद बिछिया, मस्जिद खूनीपुर छोटा जि़ब्ह खाना, शाही जामा मस्जिद तकिया कवलदह रसूलपुर, मुकीम शाह जामा मस्जिद बुलाकीपुर, झरना टोला मस्जिद, बिलाल जामा मस्जिद दरिया चक भट्टा, हुसैनी जामा मस्जिद नथमलपुर रसूलपुर, लाल जामा मस्जिद गोलघर, अकबरी जामा मस्जिद अहमदनगर, गॉर्डन हाउस मस्जिद जाहिदाबाद गोरखनाथ, फिरदौस मस्जिद जमुनहिया बाग 7 बजे- गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर, जामा मस्जिद सुब्हानिया तकिया कवलदह सूर्यविहार कॉलोनी 7:15 बजे- ईदगाह रानीडीहा इंजीनियरिंग कॉलेज, जामा मस्जिद रसूलपुर, मस्जिद जामे नूर जफ़ऱ कॉलोनी बहरामपुर, जामा मस्जिद उर्दू बाजार, ईदगाह इमामबाड़ा इस्टेट मियां बाज़ार, मस्जिद उंचवा 7:30 बजे- ईदगाह फतेहपुर मेडिकल कॉलेज के सामने, औलिया जामा मस्जिद मदरसा मजहरूल उलूम घोसीपुरवा, गुलशने कादरिया मस्जिद असुरन पोखरा 8 बजे- ईदगाह सेहरा बाले का मैदान बहरामपुर, ईदगाह बेनीगंज 8:30 बजे- सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार 8:45 बजे- शाही मस्जिद बसंतपुर सराय 10:00 बजे- सुन्नी जामा मस्जिद सौदागार मोहल्ला बसंतपुर 10:30 बजेहजरत इब्राहीम व हजऱत इस्माईल की याद में होती है कुर्बानी: मुफ्ती मेराज

मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती में क़ुर्बानी पर चल रहे दर्स के 8वें दिन शुक्रवार को मुफ्ती मेराज अहमद क़ादरी ने कहा, कुर्बानी का वाकया पैगंबर हजऱत इब्राहीम अलैहिस्सलाम व पैगंबर हजऱत इस्माइल अलैहिस्सलाम से जुड़ा है। हजऱत इब्राहिम ने अपने तमाम जानवरों को अल्लाह की राह में कुर्बान कर दिया। यह ख्वाब में दो मर्तबा हुआ। तीसरी मर्तबा हजऱत इब्राहिम समझ गए कि अल्लाह उनसे प्यारे पुत्र हजऱत इस्माईल की कुर्बानी का तालिब है। यह अल्लाह की आजमाइश का सबसे बड़ा इम्तिहान था। अल्लाह के हुक्म से उन्हें कुर्बानी करने के लिए मीना ले गए। जब हजऱत इब्राहीम अपने जिगर के टुकड़े की गर्दन पर छुरी चलाने लगे तो बार-बार चलाने के बावजूद गला नहीं कटा। इसी बीच गैबी आवाज आई और कहा, तुम इम्तिहान में कामयाब हुए। इसके बाद से कुर्बानी की रिवायत शुरू हुई।

Posted By: Inextlive