खत्म होगी परेशानी, नहीं लगेगा सड़क पर पानी
- शहर के चार wards के 18 मोहल्लों को water logging से मिलेगी मुक्ति
- जल निगम ने इन एरिया को छह माह पहले किया था चिन्हित, गर्मी में बिछेगी सीवर लाइन GORAKHPUR: अक्सर वॉटर लॉगिंग झेलने वाली शहर की लगभग दो लाख आबादी को जल्द इस समस्या से निजात मिलने वाली है। जल निगम ने इस गर्मी चार वार्डो में सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू करने का फैसला किया है। शासन ने बीते नवंबर माह में ही जल निगम को इस कार्य की परमिशन दे दी थी। जल निगम अधिकारियों के मुताबिक अप्रैल में सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया जाएगा जिसे हर हाल में बरसात के मौसम से पहले पूरा कर लिया जाएगा। 130 किमी सीवर लाइननगर निगम के पूर्वी क्षेत्र के चार वार्डो में सीवर लाइन बिछाने का कार्य जल निगम करेगा। जल निगम की ओर से अमृत कार्यक्रम के तहत 192 करोड़ की 130 किमी सीवर लाइन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। जिसकी परमिशन मिलते ही देवरिया रोड के उत्तरी एरिया में 50.77 किमी एरिया में सीवर लाइन बिछाने के लिए टेंडर निकाल दिया गया है। इस एरिया में मुख्य रूप से महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर दो, झरना टोला आंशिक को शामिल किया गया है। इन मोहल्लों में सीवर लाइन पर कुल 73.91 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इससे 15 एमएलडी पानी एसटीपी पर भेजा जाएगा। उसके बाद सब जोन ए-1 दक्षिणी में महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर एक, इंजीनिय¨रग कॉलेज, गिरधरगंज, झरना टोला के निचले हिस्से को इसमें शामिल किया जाएगा। इन वार्डो में 118.5 करोड़ रुपए की लागत से 80 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जाएगी। यहां पर सीवर मेन पंपिंग स्टेशन से 15 एमएलडी पानी का शोधन करके निस्तारण किया जाएगा।
अमृत योजना के तहत कार्य जल निगम के चीफ इंजीनियर अरविंद सप्रे ने बताया कि गोरखपुर नगर निगम का चयन अमृत योजना के तहत किया गया है। इस एरिया में एसटीपी ना बनने के कारण नाले का पानी सीधे रामगढ़ताल में जाकर गिर रहा था। इसलिए एरिया में एसटीपी बनाने की बात चल रही थी। लेकिन फिर तय किया गया कि इस एरिया के खुले नालों को बनाने के लिए एसटीपी बनाने से अच्छा है कि पूरे एरिया को सीवरेज सिस्टम से लैस कर दिया जाए। इसलिए यह योजना बनाकर नवंबर माह में ही शासन को भेज दिया गया था, जिसको शासन से स्वीकृति दे दी है। इसमें एसटीपी का भी निर्माण किया जाएगा। बनेंगे तीन और STPमहानगर में पांच एसटीपी प्लांट प्रस्तावित हैं। इनमें दो एसटीपी रामगढ़ताल परियोजना में बन कर तैयार हो चुके हैं। अब तीन एसटीपी का ही निर्माण होना है। इनमें बिलंदपुर खत्ता जोन में 122 करोड़ की लागत से 60 एमएलडी, महेवा व फर्टिलाइजर जोन के लिए 118 करोड़ की लागत से 54 एमएलडी की क्षमता के एसटीपी बनाए जाएंगे।
यहां परेशान करती water logging वार्ड आबादी प्रमुख मड्डहल्ले 18 30 हजार दिव्यनगर, रानीडिहा, भैरोपुर गांव, इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने का एरिया 48 25 हजार आवास विकास कॉलोनी कूड़ाघाट, विशुनपुरवां, गिरधरगंज बाजार, कूड़ाघाट तिराहा 8 20 हजार नंदानगर, दरगहिया, झरना टोला, छावनी रेलवे स्टेशन के पीछे, सिंघाडि़या 1 30 हजार रानीडिहा, भैरोपुर, सहारा एस्टेट, महादेवपुरम वर्जनअमृत योजना के तहत सीवर लाइन बिछाने का ये कार्य होगा। पब्लिक को वॉटर लॉगिंग की समस्या से जल्द निजात मिल सकेगी।
- अरविंद सप्रे, चीफ इंजीनियर, जल निगम