GORAKHPUR : एसएसपी ऑफिस का बदला माहौल लोगों को आश्चर्यचकित कर रहा है. सालों बाद ऐसा मौका आया जब एसएसपी के ऑफिस में ताक-झांक की जरूरत नहीं पड़ रही. नये कप्तान के ऑफिस का दरवाजा खुले होने से पब्लिक को जहां सहूलियत हुई है. वहीं थानेदारों के माथे बल आ गया है. महकमे में चर्चा हो रही है कि छोटी से छोटी फरियाद लेकर पब्लिक एसएसपी के पास पहुंच जाएगी. ऐसा करीब 10 साल बाद हुआ है. पहले ऑफिस में एप्लीकेशन जमा कराना पड़ता था. कप्तान के बुलाने पर ही लोग मिल पाते थे. हालांकि कप्तान से मिलने वाले लोग नई व्यवस्था के लिए उनको बधाई दे रहे हैं.

नहीं करना पड़ा इंतजार

एसएसपी आकाश कुलहरि नौ दिन पहले सिटी में आए हैं। शहर में आने के बाद वह सीएम के प्रोग्राम में बिजी हो गए थे। मंडे को जब वह ऑफिस में बैठे फरियादियों का तांता लग गया। दरवाजा खुला होने से लोग आराम से पहुंचकर उनसे अपनी बात कहने लगे। लोगों को तनिक भी इंतजार नहीं करना पड़ा। गोला, बड़हलगंज, बेलघाट सहित कई दूर दराज एरिया से आए लोगों ने फरियाद सुनाई। क्फ् से अधिक पुलिसवाले भी अपनी प्रॉब्लम लेकर पहुंचे थे। पुलिस ऑफिस के कर्मचारियों का कहना है कि एसएसपी की कार्यप्रणाली से लोगों का भरोसा बढ़ेगा।

 

थानेदारों के माथे पर पसीना, खुल जाएगी पोल

एसएसपी ने पहली क्राइम मीटिंग में साफ कर दिया है कि जिस लेबल से गड़बड़ी होगी। उसी लेबल का व्यक्ति जिम्मेदार होगा। उसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। काम करने वाले लोग ही थानों, चौकियों की जिम्मेदारी संभालेंगे। कप्तान ने सभी को गुडवर्क करने का मौका दिया है। इसलिए कप्तान के जनता दरबार में थानेदारों की लापरवाही सामने आ सकती है। लोग थानों की बजाय एसएसपी ऑफिस ही पहुंच जाएंगे। इससे थाने की छोटी सी छोटी शिकायतें भी कप्तान तक पहुंच जाएंगी।

Posted By: Inextlive