- उलेमा अहले सुन्नत की ओर से जारी रमजान हेल्पलाइन नंबर पर सवाल-जवाब का सिलसिला जारी

- रोजा, नमाज, जकात व फित्रा के मसलों से जुड़े हुए पूछे जा रहे हैं सवाल

GORAKHPUR: उलेमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्प लाइन नंबरों पर सवाल-जवाब का सिलसिला जारी है। रविवार को रोजेदारों ने तमाम तरह के सवाल कर जवाब हासिल किए। ज्यादातर सवाल रोजा, नमाज, जकात व फित्रा के मसलों से जुड़े हुए पूछे जा रहे हैं। उलेमा दीनी किताबों के हवाले से लोगों के सवालों के जवाब दे रहे हैं।

सवाल : क्या रोजे की हालत में हर लकड़ी से मिस्वाक कर सकते हैं? (शमीम अहमद, बड़गो)

जवाब : रोजे की हालत में अनार और बांस की लकड़ी के अलावा हर कड़वी लकड़ी से ही मिस्वाक बेहतर है। (हाफिज रहमत अली निजामी)

सवाल : क्या तम्बाकू, पान, सिगरेट वगैरा के इस्तेमाल से वुजू टूट जाता है? (यासीन खान, अशरफ कॉलोनी)

जवाब : नहीं। (कारी मो। अनस रजवी)

सवाल : मोबाइल से अजान देना कैसा? (अयान, सूर्यविहार)

जवाब : जायज नहीं। (हाफिज रहमत अली निजामी)

सवाल : इंजेक्शन के जरिए खून निकाला या चढ़ाया गया तो वुजू टूट जाएगा? (अब्दुल, बसंतपुर)

जवाब : हां। वुजू टूट जाएगा। (मौलाना मो। असलम रजवी)

सवाल : तरावीह की नमाज पूरे रमजान पढ़ना है या सिर्फ कुरआन-ए-पाक मुकम्मल होने तक? (मनोव्वर अहमद, तुर्कमानपुर)

जवाब : तरावीह की नमाज पूरे रमजान पढ़ना चाहिए, कि सुन्नत मुअक्कदा (लाजिम) है। (मौलाना अब्दुल खालिक निजामी)

सवाल : रोजे की हालत में गुस्ल करने में अगर कान में पानी चला जाए तो क्या रोजा टूट जाता है? (अली मुजफ्फर, रहमतनगर)

जवाब : रोजे की हालत में अगर गुस्ल करते हुए कान में खुद ब खुद पानी चला गया तो रोजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, इसलिए कि यह इख्तियार से बाहर है। (मुफ्ती अख्तर हुसैन)

सवाल : नापाकी की हालत में रोजा रखना कैसा है? (इश्तियाक, पचपेड़वा)

जवाब : हालते जनाबत में रोजा दुरुस्त है। इससे रोजे में कोई नक्श व खलल नहीं आएगा। अलबत्ता वह शख्स नमाजें जानबूझकर छोड़ने के सबब अशद गुनाहे कबीरा का मुरतकिब होगा। (कारी मो। अनस रजवी)

सवाल : क्या दांत और मसूड़े से खून निकले तो रोजा टूट जाएगा? (नाजिम, छोटे काजीपुर)

जवाब : दांतों या मसूड़ों से खून निकलकर हलक में चला जाए तो उससे रोजा टूट जाएगा और कजा लाजिम होगी। (हाफिज रहमत अली निजामी)

सवाल : रोजे की हालत में नक्सीर फूट गई और खून हलक में चला गया तो क्या रोजा टूट गया? (सैयद अली, बड़गो)

जवाब : अगर किसी की नक्सीर फूट गई और खून हलक में चला गया तो रोजा टूट जाएग और खून हलक में नहीं गया तो रोजा नहीं टूटेगा। (मौलाना मो। असलम रजवी)

सवाल : नमाज के अंदर सफ में खाली जगह छोड़कर खड़े होना कैसा है? (अदहम, जाफरा बाजार)

जवाब : सफ में खाली जगह छोड़कर खड़े होना मकरुहे तहरीमी है। पैगंबर-ए-आजम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने सख्ती के साथ मना फरमाया है। (कारी मो। अनस रजवी)

Posted By: Inextlive