बोर्ड परीक्षा की तीसरी आंख बन कर रह गई दिखावा
- जिले के 55 यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर महज नाम के लिए लगे हैं सीसीटीवी
- केंद्र व्यवस्थापकों के पास फुटेज के रिकॉर्ड ही नहीं मौजूद GORAKHPUR: यूपी बोर्ड परीक्षा की तीसरी आंख जिले में सिर्फ दिखावा बन कर रह गई है। परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बताया है कि जिले के 55 परीक्षा केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापकों के पास अब तक की फुटेज ही नहीं है। जबकि शासन के निर्देश के मुताबिक डेली परीक्षा की सीसीटीवी फुटेज जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय व जेडी कार्यालय में पेन ड्राइव या सीडी के जरिए भेजी जानी है। निरीक्षण टीम द्वारा इस फुटेज की रैंडम जांच भी की जानी है। जिसमें समय और दिन का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। टीम गई लेकिन नहीं मिला फुटेजछह फरवरी से शुरू हुई यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन से लगाए शिक्षा विभाग पूरी तरह से लगा हुआ है। जहां-जहां शिक्षा विभाग के अधिकारी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं, वहां की फोटो बोर्ड कंट्रोल के व्हाट्सअप ग्रुप पर अपलोड कर रहे हैं। लेकिन निरीक्षण टीम को अब तक 55 परीक्षा केंद्रों पर सीटीटीवी फुटेज का पता नहीं चला है। फुटेज के बारे में पूछे जाने पर यहां के केंद्र व्यवस्थापक टालमटोल करने लग रहे हैं। उधर जिम्मेदार हैं कि इस संबंध में कार्रवाई की जगह सब कुछ सही होने का दावा करने में ही लगे हैं।
क्या था केंद्र व्यवस्थापकों के लिए निर्देश - किसी भी दशा में सभी स्कूल्स को हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगवाना अनिवार्य था। - समय और दिन के साथ फुटेज पेन ड्राइव या सीडी में विभाग को जमा कराना है। केंद्रों पर वीडियोग्राफी भी होनी थी। - सभी परीक्षार्थियों को कैमरे के सामने ही मुंह करके बैठाया जाना है। - सीसीटीवी की चेकिंग किसी भी अधिकारी या मजिस्ट्रेट द्वारा कभी भी की जा सकती है। - अगर सीसीटीवी खराब है तो उसे तुरंत ही ठीक कराया जाए। - लाइट न होने की स्थिति में तुरंत ही जनरेटर का प्रयोग किया जाएगा। साल 2017-2018 10वीं में परीक्षार्थियों की संख्या - 93,483 12वीं में परीक्षार्थियों की संख्या - 76,574 10वीं व 12वीं में कुल परीक्षार्थियों की संख्या - 1,70,057 नोट - पिछले साल के अपेक्षा इस बार 7,601 परीक्षार्थी ज्यादा हैं परीक्षा केंद्रों की संख्या- 196 पिछली बार - 248 और एक जेलवर्जन
सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जहां जाता हूं चेकिंग में वहां के कैमरे और रिकॉर्डिग ही चेक करता हूं। किसी प्रकार की शिकायत आने पर फुटेज पेन ड्राइव में ले भी लेता हूं। शासन के निर्देशानुसार, नकल विहीन परीक्षा करानी है।
- ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस