- गोरखपुर पहुंचे परिवहन मंत्री ने बस का लिया जायजा

- मशक्कत के बाद भी नहीं खुली इमरजेंसी गेट

GORAKHPUR: प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह शनिवार को रोडवेज बस की इमरजेंसी डोर खोलने में पसीने से तर-बतर हो गए। सात मिनट की कोशिश में भी वह दरवाजा नहीं खोल पाए तो कंडक्टर को बुलाया। काफी प्रयास के बाद कंडक्टर भी गेट नहीं खोल पाया। बसों की खस्ता हालत देखकर परिवहन मंत्री खफा हो गए। मौजूद अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और सुधर जाने की नसीहत दी। मंत्री शनिवार को शहर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत पहुंचे थे कि इसी दौरान अचानक बसों के निरीक्षण का कार्यक्रम बना लिया।

फाटक पर धूल देखकर थमी नजर

परिवहन मंत्री रेलवे बस स्टेशन पहुंचे। पार्टी के पदाधिकारियों से बातकर उन्होंने रेलवे स्टेशन बस अड्डे के निरीक्षण का मन बना लिया। उनके बस अड्डे पर पहुंचने की सूचना पर पुलिस कर्मचारियों ने सभी बसों को लाइन में लगवा दिया। रोडवेज का रास्ता बिल्कुल साफ करा दिया गया। बस अड्डे पर पहुंचते ही परिवहन मंत्री गोरखपुर से महराजगंज जाने वाली बस में सवार हो गए। इंस्पेक्शन के दौरान उनकी नजर इमरजेंसी डोर पर पड़ी। उसकी हालत देखकर उन्होंने गेट खोलने का प्रयास किया। करीब सात मिनट तक वह इमरजेंसी गेट से जूझते रहे। पसीने से नहा गए लेकिन गेट नहीं खुला। कंडक्टर भी गेट नहीं खोल पाया। इस पर मंत्री ने एआरएम, सर्विस मैनेजर सहित अन्य अफसरों को फटकार लगाई। चेतावनी देकर अपनी आदत में सुधार लाने को कहा।

सुरक्षा को लेकर बनेगा प्लान

बस की इमरजेंसी डोर पर जमी धूल देखते ही परिवहन मंत्री ने दु‌र्व्यवस्था का अंदाजा लगा लिया। वर्कशॉप सहित अन्य जगह पर गंदगी, वाटर लॉगिंग देखकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने साफ कहा कि रोडवेज सफाई कर्मचारियों और ड्राइवर से चलता है। इसलिए साफ-सफाई में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने पैसेंजर्स से उनकी सुविधा को लेकर बातचीत की। नेपाल से गोरखपुर से होकर दिल्ली जाने वाली बसों के साथ अन्य बसों की सुरक्षा के संबंध में विचार करने का आश्वासन दिया। इसके पूर्व नौसढ़ में पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने परिवहन मंत्री का स्वागत किया। उनके साथ डॉ। धर्मेद्र सिंह, राहुल श्रीवास्तव, शिवेंद्र मिश्र, जनार्दन तिवारी, परिवहन विभाग, रोडवेज के अफसरों सहित कई लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive