दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई भले ही न हो लेकिन फीस वसूली के मामले में वह पहले नंबर पर हैं. देर से रिजल्ट सेशन का पता नहीं लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों ने फीस में बेतहाशा इजाफा कर दिया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इससे जहां स्टूडेंट्स परेशान हैं, वहीं पेरेंट्स भी फीस जमा करने के लिए जुगाड़ करने में जुट गए हैं। सेशन 2023-24 से यूनिवर्सिटी ने सेल्फ फाइनेंस्ड कोर्सेज के लिए नया फीस स्ट्रक्चर लागू कर दिया है। सिर्फ बीबीए थर्ड ईयर की बात करें तो इसे दोगुने से भी ज्यादा कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं, इन सबके बीच यह बढ़ी हुई फीस उनके लिए परेशानी बन गई है। स्टूडेंट्स पर एक्स्ट्रा बर्डनबढ़ी हुई फीस से स्टूडेंट्स के साथ ही पेरेंट्स भी परेशान हो गए हैं। यह उनके लिए एक्स्ट्रा बर्डन हो गया है। स्टूडेंट्स का कहना है कि वह इस फीस को अफोर्ड नहीं कर सकते। वह गर्वमेंट यूनिवर्सिटी के नाम पर एडमिशन लिए लेकिन यह फीस प्राइवेट इंस्टीट्यूट के जैसा है। पुराने स्टूडेंट्स को भी देनी है फीस


यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नया फीस स्ट्रक्चर सिर्फ नए स्टूडेंट्स पर ही नहीं, बल्कि पुराने स्टूडेंट्स पर भी लागू किया है। कार्यपरिषद और वित्त समिति से पास कर नए सेशन से लागू कर दिया। पुराने स्टूडेंट्स जो पिछले सेमेस्टर में अलग फीस देते आ रहे हैं, उन्हें भी इस सेशन से लागू की गई नई फीस देनी होगी। उनके लिए ये एक बोझ बन गया है। जो स्टूडेंट्स तीसरे या पांचवें सेमेस्टर में पढ़ रहे हैं, उनके लिए यह 'न उगलते बन रहा और न निगलते बन रहा हैÓ जैसी स्थिति हो गई है। रिजल्ट का हो रहा इंतजारगोरखपुर यूनिवर्सिटी में फीस पेमेंट उन्हें बिल्कुल वक्त पर चाहिए, देर करने पर स्टूडेंट्स से लेट फीस भी वसूली जा रही है। मगर बात जब सुविधाओं की हो तो न तो जिम्मेदार एग्जाम और सेमेस्टर को टाइम से पूरा करने पर फोकस कर रहे हैं और न ही स्टूडेंट्स को मूलभूत सुविधाएं ही मुहैया करा पा रहे हैं। एग्जाम का शेड्यूल आता है तो वह भी कई बार रिवाइज होता है। इन सबके बाद उनको रिजल्ट टाइम से नहीं मिल पा रहा है। ऑड सेमेस्टर का एग्जाम जनवरी में हुआ था। अभी कुछ दिनों पहले इवेन सेमेस्टर का एग्जाम भी हो गया, लेकिन अभी कई ऐसे कोर्स हैं जिनका ऑड सेमेस्टर का रिजल्ट अब भी अवेटेड है। वेबसाइट पर आ रही दिक्कतें

यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर 17 जुलाई से ऑड सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू है। कई कोर्सेज में पहले फीस कुछ और दिख रहा था, जो बाद में बढ़ गया। ऐसे ही कई स्टूडेंट्स ने पेमेंट तो कर दिया, लेकिन उनकी रसीद नहीं जेनरेट हुई। इस मामले को लेकर आईटीसी सेल के कोऑर्डिनेटर डॉ। रामवंत गुप्ता ने बताया कि इस सेशन से रजिस्ट्रेशन फीस बढ़ गई है। पहले यह 150 रुपए थी, जो अब 250 हो गई है। इसी वजह से वेबसाइट पर फीस की डिटेल अपडेट हुई हैं। एडी बिल्डिंग में प्रदर्शनफीस बढ़ोतरी से नाराज बीबीए, एमबीए और बीए-एलएलबी स्टूडेंट्स ने गुरुवार को एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक पर प्रदर्शन किया। उन्होंने बिल्डिंग के चैनल को बंद कर यूनिवर्र्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वीसी को संबोधित ज्ञापन में उन्होंने लिखा कि बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की फीस में अत्याधिक वृद्धि हुई है। इसे देने में सभी स्टूडेंट असमर्थ हैं। कुछ प्रोग्राम की पुरानी और नई फीसप्रोग्राम पुरानी फीस नई फीसबीएससी एजी 14,000 रुपए/सेमेस्टर 20,000 रुपए/सेमेस्टरबीबीए सेकेंड ईयर 30,000 रुपए 50,000 रुपए

बीबीए थर्ड ईयर 18,000 रुपए 50,000 रुपएएमबीए सेकेंड ईयर 68,000 रुपए 1,00,000 रुपएबीएएलएलबी 34,500 रुपए/सेमेस्टर 40,000 रुपए/सेमेस्टरबीकॉम बैंकिंग इंश्योरेंस 11,000 रुपए/सेमेस्टर 15,000 रुपए/सेमेस्टरबीएजेएमसी 8,000 रुपए/सेमेस्टर 10,000 रुपए/सेमेस्टरएमएजेएमसी 8,000 रुपए/सेमेस्टर 10,000 रुपए/सेमेस्टर(इसमें यूनिवर्र्सिटी फीस एड नहीं है.)बीएससी एग्रीकल्चर में जब एडमिशन लिया उस टाइम ऑड सेमेस्टर की फीस 16 हजार और इवेन की 14 हजार थी। जो अब बढ़कर 20 हजार हो गई है। इससे हमें काफी दिक्कत हो रही है।वैभव सिंह, बीएससी एजी
हम लोगों की फीस बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी गई है। हम आम स्टूडेंट्स को इससे काफी परेशानी हो रही है। इतनी ज्यादा फीस की व्यवस्था इतने कम समय में कैसे होगी?अर्पित मिश्रा, बीबीएपहले हमारी फीस 68 हजार रुपए थी, जिसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया है। एक आम स्टूडेंट इतनी ज्यादा फीस कैसे भरेगा? यूनिवर्र्सिटी प्रशासन को इसपर ध्यान देने की जरूरत है।अंकिता मिश्रा, एमबीएबीए-एलएलबी में एडमिशन के टाइम बताया गया कि हमें पहले साल 38 हजार उसके बाद हर साल 34,500 रुपए फीस देनी है। अब अचानक इसे बढ़ाकर 40 हजार रुपए कर दिया गया है जो ठीक नहीं है। प्रणव दुबे, बीए-एलएलबी

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