गोरखपुर जिले में आने वाले टूरिस्ट को अब टूरिस्ट प्लेस तक पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी गई है. इसके लिए अब टूरिस्ट को टूरिस्ट स्पॉट पर भटकने की जरुरत नहीं पड़ेगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)। टूरिज्म डिपार्टमेंट 'हेरिटेज वॉकÓ के माध्यम से टूरिस्ट को सिटी के प्रमुख धरोहरों की सैर कराने की प्लानिंग तैयार की है। हालांकि इसके लिए टूर गाइड अभी तक तैनात नहीं हो सके हैैं, लेकिन वॉलंटियर्स की मदद से सैर कराने की तैयारी की जा रही है।हेरिटेज वॉक की प्लानिंग


गोरखपुर में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए लगातार कवायद जारी है। रामगढ़ताल के अलावा सिटी के उन टूरिस्ट स्पॉट को भी अब धरोहर के रूप में बताए जाने के लिए हेरिटेज वॉक कराने की प्लानिंग की गई है। बुद्ध सर्किट होने के कारण देश-दुनिया से बड़ी संख्या में टूरिस्ट गोरखपुर आते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में सिटी में बिना रुके, एक-दो टूरिस्ट स्पॉट की सैर करके आगे चले जाते हैं। ऐसे में टूरिज्म डिपार्टमेंट इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हैरिटेज (इंटेक) के साथ समन्वय करके 'हेरिटेज वॉकÓ के माध्यम से टूरिस्ट को गोरखपुर में रोकने की योजना बनाई है।धरोहर दिखाने के लिए बनाया गया रुट मैप

टूरिस्ट को सिटी की धरोहरों को दिखाने के लिए चार रूट बनाया गया है। टूरिस्ट जिस रूट पर जाना चाहे उसे 'हेरिटेज वॉकÓ कराया जाएगा। 'हेरिटेज वॉकÓ के दृष्टिगत चिह्नित मार्गों, गलियों के जीर्णोद्धार, नियमित साफ-सफाई और टूरिस्ट की मूलभूत सुविधाओं के लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट गोरखपुर जीडीए व नगर निगम की हेल्प भी लेगा।रूट नंबर एकअलीनगर जैन मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, दाऊजी मंदिर, जटाशंकर गुरुद्वारा, मानसरोवर मंदिर, सूर्यकुंड, गोरखनाथ मंदिर और लाइट एंड साउंड शो।रूट नंबर दोगीता वाटिका, विष्णु मंदिर, मंडलीय कारागार, सेंट जांस चर्च, टेराकोटा गांव औरंगाबाद, रेलवे स्टेशन, सेंट एंड्रयूज कॉलेज, कमिश्नर कार्यालय, मशहूर शायर फिराक गोरखपुरी का आवास, स्वामी परमहंस योगानंद की जन्मस्थली।रूट नंबर तीननेहरू पार्क, हनुमान गढ़ी, मोती जेल, बसंत सराय, जामा मस्जिद, घंटाघर, बंगाली काली बाड़ी, गीता प्रेस और चित्र मंदिर।रूट नंबर चारविंध्यवासिनी पार्क, रेलवे म्यूजियम, रामगढ़ताल, नक्षत्रशाला, चिडिय़ाघर, प्रेमचंद स्मारक, मुबारक खां शहीद का आस्ताना, क्राइस्ट चर्च, गोरखपुर क्लब, नगर निगम भवन और इमामबाड़ा।देश-दुनिया से बड़ी संख्या में टूरिस्ट गोरखपुर आते हैं, लेकिन बिना रुके आगे चले जाते हैं। टूरिस्ट को रोकने के लिए स्थानीय धरोहरों को दिखाने के लिए वाराणसी और आगरा के तर्ज पर 'हेरिटेज वॉकÓ शुरू कराने की तैयारी है। इसके लिए इंटेक से सामंजस्य स्थापित कर कार्य किया जा रहा है।रविंद्र कुमार मिश्रा, रीजनल टूरिस्ट आफिसर

'हेरिटेज वॉकÓ के लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने संपर्क किया था। सिटी में स्थित प्रमुख धरोहरों को चार रूटों में बांटकर एक लिस्ट बनाई है। जिसे टूरिज्म डिपार्टमेंट को दे दिया गया है। जल्द ही टूरिस्ट 'हेरिटेज वॉकÓ के माध्यम से सिटी की प्रमुख धरोहरों को देख सकेंगे।- आचिंत्य लाहिड़ी, सह संयोजक, इंटेक

Posted By: Inextlive