- 40 दिन बाद खुली शराब की दुकान, बोरा और पेटी में लादकर ले गए शराब

- कई जगह दोपहर बाद ही खत्म हो गया माल, हर किसी ने स्टॉक की शराब और बीयर की बोतलें

ब्0 दिन बाद खुली शराब की दुकान, बोरा और पेटी में लादकर ले गए शराब

- कई जगह दोपहर बाद ही खत्म हो गया माल, हर किसी ने स्टॉक की शराब और बीयर की बोतलें

GORAKHPUR: GORAKHPUR: 'अब तो उतनी भी बाकी नहीं मय-खाने में, जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में' अचानक लॉकडाउन लगने के बाद मदिरा के दिवानों की हालत कुछ इस कदर हो गई थी। ब्0 दिन बाद जब सोमवार को दुकानें खुलीं तो उनके चेहरे की खुशी और उत्साह का अंदाजा वाइन शॉप पर लगी लंबी कतारों को देखकर ही लगाया जा सकता है। गोरखपुर में सभी शराब की दुकानें सुबह से क्0.फ्0 बजे खुल गईं। दुकानें खुलने को लेकर सस्पेंस जरूर था। रविवार को डीएम ने भी साफ कर दिया था कि यहां लॉकडाउन फ्.0 में कोई नई छूट नहीं दी जाएगी। लेकिन मदिरा प्रेमियों ने उम्मीद नहीं छोड़ी और वे सुबह-सुबह ही झोला लेकर वाइन शॉप के सामने खड़े हो गए। मदिरा प्रेमियों की लगन कहिए या शासनादेश जिसकी वजह से थोड़ी ही देर में डीएम ने सुबह दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया। फिर क्या था झूम कर शराब और बीयर की खरीदारी हुई।

ये रूल्स करने हैं फॉलो

शराब और बीयर की दुकानें खोलने के लिए शर्ते रखी गई हैं जिनका पालन दूर-दूर तक नहीं दिखा। दुकान पर बैठने वाले शॉपकीपर को मास्क व ग्लव्स लगाने का निर्देश दिया गया है। हालांकि शहर की तमाम दुकानों पर इसका पालन नहीं हो सका है। इसके अलावा दुकान पर एक साथ पांच व्यक्ति से अधिक नहीं जाने का निर्देश था, लेकिन लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग को अनदेखी करके शराब की खरीदारी की।

खुल गईं सील दुकानें

लॉकडाउन के दौरान दुकानों से अवैध रूप से शराब बेचे जाने को लेकर आबकारी विभाग ने जिले की सभी शराब की दुकानें सील करा दी थीं। क्ख् मॉडल शॉप समेत जिले में कुल भ्क्फ् शराब की दुकानें हैं। डीएम के विजयेंद्र पांडियन द्वारा आदेश मिलने के बाद सुबह क्0 बजे से ही शराब की दुकानों से सील हटना शुरू हो गया। दुकानें सुबह क्0 बजे से शाम चार बजे तक विभिन्न शर्तो के साथ खोलने का निर्देश दिया गया है। इसमें ग्राहक व विक्रेता दोनों को इन शर्तो का पालन करना होगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शराब की दुकानों के बाहर छह-छह फीट पर गोले बनाने का निर्देश दिया गया है, पर गोले एक-एक मीटर की दूरी पर बनाए गए।

उमड़े शराब के दीवाने तो टूटा रूल

शराब की दुकानें खोलने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले बनाए जाने थे। कुछ दुकानों पर एक या दो गोले फॉर्मेल्टी के लिए बनाए गए। जिसका यूज किसी ने नहीं किया।

तरंग क्रॉसिंग स्थित शराब की दुकान के बाहर लाइसेंस धारक ने भ्-म् अपने आदमी खड़े किए थे जो डंडे लेकर लोगों से लाइनें लगवा रहे थे। लेकिन जब शराब के दीवानों की भीड़ जुटी तो कोई रूल नहीं चल सका। साथ ही दुकान पर मास्क और सेनेटाइजर भी रखना था, वो भी कहीं नहीं दिखा। दुकानदार ने बताया कि एक कस्टमर को दो बोतलें दी जा रही हैं। जबकि हकीकत में बाहर लोग बोरे और पेटी भरकर शराब ले जा रहे थे। सभी से एक्स्ट्रा चार्ज भी लिया जा रहा था।

दोपहर में खत्म हो गया स्टॉक

अभी तक ये हो रहा था कि शराब की दुकानों में भ्0 प्रतिशत माल है। लेकिन सोमवार को दुकानें खुलते ही कई जगहों पर स्टॉक ही समाप्त हो गया। सूत्रों की मानें तो लॉकडाउन में भी दुकानों से शराब की खूब बिक्री हुई है।

अभी नहीं रिन्युअल फिर भी खुलेंगी दुकानें

जिले में क्भ् शराब की दुकानें ऐसी हैं जिनका रिन्युअल अभी तक नहीं हो सका है। यह दुकानें भी एक हफ्ते के लिए स्टॉक क्लीयर करने के लिए खोली जाएंगी। एक हफ्ते बाद जो स्टॉक बचेगा उसे नियमानुसार नष्ट किया जाएगा।

गोरखपुर में शराब की दुकानें

मॉडल शाप - क्ख्

देशी शराब की दुकानें - ख्79

अंग्रेजी - क्क्भ्

बीयर - क्07

वर्जन

बोरे और पेटी में कोई शराब नहीं ले गया है। शराब की दुकानें तमाम नियमों के साथ खोली गई हैं। दुकानदार और कस्टमर दोनों से नियमों का पालन कराया जा रहा है। अभी तक कितनी शराब बिकी है इसका हिसाब नहीं हो सका है।

वीपी सिंह, जिला आबकारी अधिकारी

Posted By: Inextlive