आज साल का आखिरी दिन है. ऐसे में आज देर रात तक घर से लेकर होटल क्लब तक सेलीब्रेशन का दौर चलेगा. जमकर जाम भी छलकेंगे. सेलीब्रेशन में कोई कमी न रह जाए इसलिए बहुत से लोगों ने पहले से शराब का स्टॉक ले लिया है. क्योंकि कानपुराइट्स जाम छलकाने का कोई मौका हाथ से जाने नहीं देते. मामला खुशी का हो या फिर गम का. कानपुर एक्साइज डिपार्टमेंट का आंकड़े भी इसकी तस्दीक दे रहे हैं. बीते 9 महीने में ही कानपुराइट्स 900 करोड़ से ज्यादा की शराब डकार चुके हैं. इसमें अंगे्रजी देसी और बियर शामिल है. वहीं बीते वर्ष 2020-21 में शहरवासियों ने 415 करोड़ की शराब पी थी. यानि पिछले साल के मुकाबले इस बार कानपुराइट्स 9 महीने में ही गुना से ज्यादा शराब डकार चुके हैं.

कानपुर (ब्यूरो) अप्रैल 2021 से अब तक अंग्रेजी की 76 लाख बोतल से लगभग 346 करोड़, देशी की 1.70 करोड़ बोतल से लगभग 460 करोड़ और बियर की 1.40 करोड़ बोतल से लगभग 96 करोड़ की शराब ब्रिकी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के बाद से अब तक की सबसे बड़ी बिक्री है। वहीं, बीत वित्त वर्ष अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक की बात की जाए तो 240 करोड़ की अंग्रेजी शराब, 120 करोड़ की देशी और 55 करोड़ की बियर की ब्रिकी हुई थी।

600 से 1000 रुपए प्रति बोतल
शराब की कीमत पर नजर डालें तो औसतन 400 रुपए प्रति लीटर देशी शराब, 600 से 1000 रुपए प्रति बोतल अंगेे्रजी शराब जबकि 120 से 180 रुपए प्रति बोतल बीयर मार्केट में बिक रही है। अंग्रेजी शराब के दुकानदारो की मानें तो पिछले पांच साल के भीतर शराब पीने वाले युवाओं की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, जिनकी उम्र करीब 15 से 25 वर्ष के बीच है, इनकी पसंद भी बड़े और महंगे ब्रांड है, इनकी पंसद की वजह से लगातार रेवेन्यू बढ़ रहा है।

लखनऊ के बाद कानपुर
अधिकारियो के अनुसार सबसे ज्यादा शराब रेवेन्यू उत्तर प्रदेश के जिले लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा से आता है। लखनऊ का रेवेन्यू का आंकड़ा तकरीबन 2200 करोड़ रुपए है। वहीं इस साल कानुपर का रेवेन्यू लखनऊ के बाद दूसरे नंबर पर है। बता दें कि एक्साइज विभाग के अधिकारियों को हर साल रेवेन्यू का टारगेट दिया जाता है। इसमें कानपुर को लगभग 1800 करोड़ का टारगेट दिया गया है।

होमबार बनाने के भी शौकीन
एक्साइज डिपार्टमेंट के तहत अभी तक कोई भी व्यक्ति 750 मिलीलीटर शराब की केवल चार बोतल ही अपने घर में रख सकता था, इसमें दो भारतीय और दो विदेशी ब्रांड शामिल थे। जिसके बाद वर्ष 2021-2022 वित्त वर्ष के लिए नई आबकारी नीति में लाइसेंसी होमबार की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद से कानपुराइट्स ने भी होम बार बनाने के लिए अप्लाई करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार होम बार के अप्लीकेशन आ चुके हैं।

Posted By: Inextlive