और डॉक्टर कैसे हो आओ बैठो स्वास्थ्य कैसा है? राष्ट्रपति ने सर्किट हाउस में उनसे मिलने पहुुंचे हैलट के पूर्व सीएमएस डॉ. पीएन वाजपेयी को जब इस अंदाज में पुकारा तो पुरानी यादें ताजा हो उठीं. घर परिवार का हाल भी जाना. इसके बाद जमकर गपशप हुई. सर्किट हाउस में अपने मित्रों से राष्ट्रपति इसी अंदाज में मिले. मिलने वालों को भी कहीं से अहसास ही नहीं हो रहा था सामने बैठा शख्स देश के सर्वोच्च पद पर है. राष्ट्रपति की सादगी और सरलता ने सभी का दिल जीत लिया.

कानपुर (ब्यूरो) करीब दस मिनट डॉ। पीएन बाजपेयी और राष्ट्रपति के बीच गपशप हुई। इसके बाद फोटो खिंचाया और घर परिवार का हाल जाना। इसके बाद एक के बाद एक लोग राष्ट्रपति से मिले। उन्होंने उन्हेंं अपनी सेहत के बारे में बताया और उनसे उनके परिवार के बारे में जाना। राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी भी पहुंचे और शहर के औद्योगिक स्वरूप को वापस दिलाने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। राष्ट्रपति के भांजे रामशंकर कोङ्क्षवद ने भी उन्हें बेटे की शादी का निमंत्रण दिया। यह भी कहा कि प्रोटोकाल के कारण आप तो नहीं आ सकते, लेकिन बच्चों को जरूर भेजिएगा। इस पर राष्ट्रपति ने भी हामी भरी।

राष्ट्रपति जी, असलहा लाइसेंस बनवा दीजिए
कानपुर देहात के परौंख गांव के रहने वाले भगवान दास अब इटावा के जसवंत नगर में रहते हैं। भगवान दास ने बताया कि राष्ट्रपति से उन्होंने मिलकर असलहा लाइसेंस बनवाने का आग्रह किया। राष्ट्रपति ने घर परिवार के बारे में पूछा। बच्चों का हालचाल लिया। मैंने भी उनका हालचाल पूछा। इसके बाद उन्हें बताया कि पिस्टल खरीदने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन कर रखा है। फाइल तैयार है सिफारिश कर देंगे तो अच्छा होगा। राष्ट्रपति ने भी इच्छा पूरी करने का आश्वासन दिया।

समाजसेवा के भाव से काम करें
बीजेपी नेता आनंद राजपाल ने अपनी पार्षद बेटी विधि राजपाल, सीताराम खत्री, सरदार जसवंत ङ्क्षसह के साथ मुलाकात की। राष्ट्रपति ने वासुदेव वासवानी के साथ बिताए पलों को याद किया। कहा कि उनकी आटा चक्की पर बैठते थे। उनसे काफी कुछ सीखा। आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमारे पास हैं। राजपाल ने बताया कि राष्ट्रपति ने बेटी को सीख दी कि समाजसेवा के भाव से काम करना चाहिए। उन्होंने 1998 में ङ्क्षसधी समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ लद्दाख दौरे की यादों को भी ताजा किया। कहा कि जब हम लद्दाख गए थे तो कितना आनंद आया था। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बांके बिहारी की मूर्ति और भगवान झूलेलाल का चित्र भेंट किया।


समाज से जो लिया वापस भी करें
लखनऊ में एक कंपनी में जीएम अनुराग मिश्रा ने राष्ट्रपति को अपनी पुस्तक लफंगे सौंपी। राष्ट्रपति ने उन्हें सामाजिक सरोकारों पर किताब लिखने के लिए प्रेरित किया। कहा कि समाज से जो लिया है उसे वापस भी करें। अपने सामथ्र्य के अनुसार लोगों की सेवा और सहायता जरूर करें। आप आज हमसे मिले तो इसमें आपके वाहन चालक का बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि आपको यहां ले आया और अब वापस ले जाएगा। इसलिए इसने जो दिया है उसे भी वापस करना है। अनुराग ने बताया कि छह माह पहले उन्होंने राष्ट्रपति से मिलने का आग्रह किया था। राष्ट्रपति ने अभिभावक की तरह समझाया।

मत्थू बाबू कैसे हैं, आइए फोटो ङ्क्षखचवा लें
कल्याणपुर निवासी प्रताप नारायाण दीक्षित अपने भांजे अविनाश कुमार, सहयोगी प्रवीन दीक्षित और सुधीर जायसवाल के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि जैसे ही कमरे में प्रवेश किया तो राष्ट्रपति ने तुरंत कहा मत्थू बाबू कैसे हैं। आइए पहले फोटो ङ्क्षखचवा लें फिर बातें करेंगे। फोटो ङ्क्षखची और फिर हम बैठे तो साथ बिताए पलों को याद किया। अविनाश के भाई की कोरोना से मृत्यु पर शोक भी जताया। प्रताप नारायण ने बताया कि राष्ट्रपति उनके यहां वर्षों तक किराए पर रहे थे। आज उनसे मिलकर अच्छा लगा। राष्ट्रपति ने दिल्ली बुलाया है।

औद्योगिक विकास का किया आग्रह
आरएसएस के क्षेत्र संघ चालक वीरेंद्र जीत ङ्क्षसह, प्रांत संघचालक ज्ञानेंद्र सचान, विभाग संघचालक डा। श्याम बाबू गुप्ता और प्रांत सहकार्यवाह भवानी भीख ने भी राष्ट्रपति से मुलाकत की। संघ पदाधिकारियों ने उन्हें शहर के विकास के बारे में बताया। साथ ही शहर के औद्योगिक विकास के लिए विशेष प्रयास का आग्रह किया। डॉ। श्याम बाबू गुप्ता ने राष्ट्रपति से कहा कि शहर में औद्योगिक विकास होगा तो युवाओं को बाहर नहीं जाना होगा। राष्ट्रपति ने उनके सुझाव पर सहमति जताई। उन्होंने वीएसएसडी कालेज के शताब्दी वर्ष को लेकर आयोजित कार्यक्रम के लिए भी आमंत्रित किया।

Posted By: Inextlive