ऑस्ट्रेलियाई सेना में यौन उत्पीड़न मामले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं के पास शिकायतों का अंबार लग गया है जिसे देखते हुए जांच की अवधि बढ़ा दी गई है.

ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री स्टीफ़न स्मिथ ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि जांचकर्ता हज़ार से ज़्यादा ऐसे यौन उत्पीड़न के आरोपों से जूझ रहे हैं।

सरकार ने क़ानूनी सलाह देने वाले एक फ़र्म से ऑस्ट्रेलिया की रक्षा अकादमी में हुए सेक्स कांड की समीक्षा करने को कहा है। अब इस मामले पर समीक्षा रिपोर्ट एक महीने की देरी के बाद 30 सिंतबर को सौंपी जाएगी।

इस मामले की जांच उस समय शुरु हुई थी, जब ऑस्ट्रेलिया की रक्षा बल अकादमी के दो कैडटों पर गुप्त रुप से एक महिला कैडट को सेक्स करते हुए फ़िल्माने और फिर उसको इंटरनेट पर पोस्ट करने के आरोप लगे थे।

आरोप

इन दोनों कैडटों पर जहां इस मामले को लेकर आरोप लगे हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया के रक्षा प्रतिष्ठान में महिलाओं के साथ किस तरह का आचरण किया जाता है उस पर भी सवाल उठ रहे हैं।

स्मिथ ने एक वक्तव्य में कहा है,"इस मामले में जांचकर्ताओं को 1000 शिकायतें मिली हैं, कुछ लोगों ने सीधे जांचकर्ताओं से संपर्क किया है तो कुछ ने रक्षा मंत्रालय के दफ़्तर से संपर्क साधकर शिकायतें दर्ज की."

यौन उत्पीड़न मामलों को देखने वाली आयुक्त एलिज़ाबेथ ब्रॉडेरिच अकादमी और सेना में महिलाओं के साथ होने वाले बर्ताव की भी जांच कर रही हैं। सेना में शराब के सेवन और सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर भी समीक्षा के आदेश दिए गए हैं।

इस पहले नौसेना में भी ऐसे ही मामले समाने आए थे। फरवरी महीने में रक्षा विभाग ने एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें एक नौसेना के सप्लाई जहाज़ में 'लुटेरों जैसे यौन आचरण' की संस्कृति का हवाला दिया गया था।

इसमें क़बायली संस्कृति का उल्लेख किया गया था, जिसके तहत महिला नाविकों को तिरस्कार भरी नज़रों से देखा जाता है, शराब का दुरुपयोग होता है और अनुशासन को तोड़ा गया।

Posted By: Inextlive