आज से कानपुर फिर हवाई नक्शे पर
कानपुर से दिल्ली के लिए शुरू होगी फ्लाइट
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KANPUR : आखिरकार कानपुर के लिए वह घड़ी आ गई जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था। ट्यूजडे से कानपुर एक बार फिर हवाई नक्शे में शामिल हो जाएगा। कानपुराइट्स सीधे दिल्ली के साथ ही दुबई, मस्कट और बैंकॉक की उड़ान भर सकेंगे। 13 महीने बाद फिर से केंद्र सरकार की 'उड़ान' योजना के तहत फ्लाइट शुरू की जा रही है। 3 जुलाई को इसके शुभारंभ के मौके पर केंद्रीय विमानन मंत्री सुरेश प्रभु और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मौजूद रहेंगे। मंडे शाम तक कानपुर से दिल्ली की फ्लाइट का फेयर 11,132 रुपए था। वहीं एयर ओडिशा की फ्लाइट कब शुरू होगी, यह अभी कंफर्म नहीं हो सका है। शुभारंभ के मौके पर सांसद डॉ। मुरली मनोहर जोशी, राज्य विमानन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और साध्वी निरंजन ज्योति मौजूद रहेंगी।
1.15 बजे आएगी फ्लाइट
स्पाइसजेट की फ्लाइट अहिरवां एयरपोर्ट पर दिल्ली से दोपहर 1.15 बजे उड़ान भरकर कानपुर में 3 बजे उतरेगी। इसके बाद सुरेश प्रभु और योगी आदित्यनाथ 3.15 बजे की फ्लाइट को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। फ्लाइट नंबर एसजी-8745 का जहाज यात्रियों को लेकर कानपुर में उतरेगा। इसके शुभारंभ के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन भी अहिरवां एयरपोर्ट पर किया जा रहा है। इसके लिए 500 लोगों की क्षमता वाला पांडाल भी सजाया गया है। एडीएम सिटी सतीश पाल ने बताया कि सुरेश प्रभु और योगी आदित्यनाथ सहित कई अतिथि मौजूद रहेंगे।
10 दिसंबर 2016 को अहिरवां एयरपोर्ट से फ्लाइट की शुरुआत हुई थी लेकिन सुविधाओं के अभाव में इसे अपग्रेड करने के लिए 24 मई 2017 को बंद कर दिया गया था। 24 मई से लेकर 26 जुलाई तक के लिए इसे बंद किया गया था, लेकिन समय से काम पूरा न होने के चलते बार-बार डेडलाइन बढ़ानी पड़ी। अब रनवे को भी रिकारपेट कर दिया गया है। रनवे की लंबाई 2500 मीटर से बढ़ाकर 2743 मीटर तक हो गई है। इस पर बड़े विमान भी लैंड किए जा सकेंगे। तिलक लगाकर यात्रियों को विदाई
स्पाइस जेट के सीएमडी अजय सिंह यात्रियों व कंपनी के अन्य अधिकारियों के साथ दोपहर 1.15 बजे फ्लाइट द्वारा दिल्ली से आएंगे। दिल्ली से आने वाले यात्रियों का स्वागत करने के साथ ही कानपुर से दिल्ली रवाना होने वाले यात्रियों को तिलक लगा और पुष्प भेंटकर विदा किया जाएगा।
फ्लाइट शुरू, आईएलएस खराब
अहिरवां एयरपोर्ट को अपग्रेड करने के दौरान इसमें आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टमम) लगाया गया है। इसे अपग्रेडेशन के दौरान लगाया गया। इसकी मदद से कोहरे और खराब मौसम में भी तीन किलोमीटर (3000 मीटर) दूर तक का रनवे पायलट देख सकेगा और आसानी से फ्लाइट को लैंड करा सकेगा। फ्लाइट के लिए कम से कम 1500 मीटर की दृश्यता होनी चाहिए। पुराना होने की वजह से यह फ्लाइट शुरू होने से पहले ही खराब हो गया है। ऐसे में अब फ्लाइट को लैंड कराने में डीएमआई (दूरी मापक यंत्रा) का सहारा लिया जाएगा। इस मशीन से निकलने वाली खास तरंगों के जरिए फ्लाइट को लैंड और टेकऑफ कराया जाएगा। वहीं 2 महीने के अंदर नया आईएलएस अहिरवां एयरपोर्ट पर लगाया जाएगा। इसे स्वीकृति मिल गई है।
एयर इंडिया ने उठाया था खामियाजा
अहिरवां एयरपोर्ट पर आईएलएस लगा तो है, लेकिन वह अत्याधुनिक तकनीक से लैस नहीं है। इसका खामियाजा शहर की जनता के साथ एयर इंडिया को भी उठाना पड़ा था। 10 दिसंबर 2016 से 25 मई तक यहां से चली एयर इंडिया की फ्लाइट का समय कई बार कोहरे के कारण बदला गया। कई बार पर्याप्त दृश्यता न मिलने के कारण फ्लाइट को लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। कई फ्लाइट निरस्त भी हुईं। इसी का खामियाजा रहा कि धीरे-धीरे यात्री कम होने लगे और अंत में एयर इंडिया को अपनी सेवा बंद करनी पड़ी थी।
कानपुराइट्स को सातों दिन एयरपोर्ट से उड़ान की सुविधा मिलेगी। अहिरवां एयरपोर्ट एयरफोर्स के अंडर में आता है और एयर ट्रैफिक कंट्रोल भी एयरफोर्स के हाथ में है। एयरफोर्स ने साफ तौर पर एयरपोर्ट अथॉरिटी को कहा है कि वह सिर्फ 5 दिन ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल करेंगे। इसके बाद 2 दिन अथॉरिटी को खुद ही एटीसी कंट्रोल करेगी, क्योंकि कंट्रोल टॉवर और रनवे एयरफोर्स के पास है, ऐसे में एएआई को उनकी बात मानते हुए अधिकारियों की तैनाती कर दी है। काम नहीं करते मोबाइल नेटवर्क
अहिरवां एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स को मोबाइल नेटवर्क न होने की समस्या से जूझना पड़ सकता है। एयरपोर्ट जीएम ने खुद इसकी शिकायत हायर अथॉरिटी से की है। एयरपोर्ट और उसके आसपास के एरिया में किसी भी नेटवर्क कंपनी का सिग्नल स्ट्रॉन्ग नहीं है। ऐसे में मोबाइल पर बात करना और इंटरनेट की कनेक्टिविटी बेहद खराब है। ऐसे में आने वाले पैसेंजर्स को मोबाइल पर बात करने में असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
एयरपोर्ट तक लो फ्लोर एसी बस
अभी शहर के किसी भी कोने से चकेरी एयरपोर्ट जाने के लिए कोई गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट अवेलबेल नहीं है। एयरपोर्ट विस्तार को देखते हुए परिवहन निगम ने दो लो फ्लोर एसी बसें चलाने का फैसला किया है। इनकी टाइमिंग फ्लाइट की टाइमिंग के आधार पर ही तय की जाएगी। दिल्ली से आने वाले यात्रियों के लिए एक बस चकेरी एयरपोर्ट से शहर की ओर आएगी, जबकि शहर से जाने वाले यात्रियों को ले जाने के लिए आईआईटी चौराहे से एक बस एयरपोर्ट लेकर जाएगी। एसी बस और लो फ्लोर बसों में आरामदायक सीटें होने की वजह से लोगों का सफर और भी आसान होगा।