45 फीसदी तक महंगी हो चुकी है चने की दाल
-विदेशी चने की तेजी से बढ़े चने की दाल के दाम
-पिछले साल की तुलना में इस साल कम है आवक >kanpur@inext.co.in KANPUR : विदेशी चने की तेजी की भनक ने देशी चने के भाव बढ़ा दिए हैं। पिछले एक सप्ताह में अब तक करीब 10 परसेंट तक चने की दाल के रेट बढ़ चुके हैं। जिसका असर आम आदमी की थाली पर पड़ रहा है। वहीं अगर पिछले 6 माह में देखा जाए तो 45 प्रतिशत तक चने की कीमतों में उछाल आ चुका है। विदेशी चने की आवक ज्यादादरअसल, सिटी में बड़ी मात्रा में विदेशी चने की दाल की आवक होती है। फरवरी में थोक मार्केट में जो चना 47 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था। वो चना इस समय 90 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। पिछले 6 माह में ही करीब 45 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। और तो और करीब 10 प्रतिशत का इजाफा तो पिछले सप्ताह के अंदर हो चुका है। दाल कारोबारी विनोद पाण्डेय का कहना है कि सिटी में बड़ी संख्या में विदेशी चने की खेप आती है। जिसमें काफी तेजी है, इसके चलते दामों में तेजी आ गई है। वहीं इस साल चने की दाल की आवक भी कम है। पिछले दिनों हुई बारिश ने चने की दाल को काफी नुकसान पहुंचाया है।
------------------- और बढ़ सकते हैं दाम यूपी दाल मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मिथलेश गुप्ता का कहना है कि आने वाले समय में चने की दाल के दाम और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं। आपूर्ति कम होने के चलते छोटे कारोबारी व किसान भी माल नहीं बेच रहे हैं। बाजार में फिलहाल आपूर्ति बढ़ने के आसार भी नहीं दिख रहे हैं। ------------------ महंगाई से त्रस्त हो चुके हैं चने की दाल के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में अन्य दालों के ऊपर ही निर्भर रहना पड़ता है। खाद्य पदार्थो की महंगाई से पब्लिक परेशान होती है। - मो। नसीम चने की दाल के बढ़े दामों की वजह से पब्लिक को खाने की थाली से उसे हटाना पड़ रहा है। महंगाई से पब्लिक का बजट बिगड़ गया है। - मो। उस्मान महंगाई की वजह से आम जनता बुरी तरह से परेशान है। दालों के दाम आसमान छू रहे हैं और चने की दाल ने तो रिकार्ड तोड़ दिया है। -नजम खानमहंगाई का तकाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 6 माह में चना 45 प्रतिशत तक बढ़ गया। आम जनता महंगाई से त्रस्त है।
- उमेश पाण्डेय