Kanpur: एक नवंबर से शुरू हुआ ट्रैफिक मंथ गाडिय़ों के चालान तक ही सिमट कर रह गया है. ठंड और कोहरे की दस्तक के बावजूद पुलिस का ध्यान रोड सेफ्टी की तरफ बिल्कुल भी नहीं है. जबकि सबसे अधिक रोड एक्सीडेंट्स ठंड और कोहरे के ही सीजन में ही होते हैैं. रोड्सपर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. ज्यादातर रोड्स खुदी पड़ी हुई हैं. आसपास कॉशन बोर्ड या अन्य सेफ्टी के इंतजाम भी नहीं हैं. एनक्रोचमेंट और सडक़ पर गाडिय़ां खड़ी रहने के कारण पहले से रोड संकरी हो चुकी हैं. इन समस्याओं की ऑफिसर्स पूरी तरह अनदेखी कर रहे हैैं.


जोखिम भरा है ये सफरसिटी की रोड्स पर गाड़ी लेकर चलना जोखिम भरा है। हर महीने करीब 35 लोगों की रोड एक्सीडेंट में मौत हो जाती है, लेकिन ठंड आते ही जोखिम और भी बढ़ जाता है। पिछले साल नवंबर में एक्सीडेंट्स की संख्या बढक़र 82 तक हो गई थी। दिसंबर, जनवरी, फरवरी हर महीने रोड एक्सीडेंट में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई। इन महीनों में ठंड के साथ-साथ विजिबिलिटी भी कम रहती है। कोहरा के कारण सामने मौजूद खतरे को गाड़ी चला रहे लोग भांप नहीं पाते हैं। ठंड में गाड़ी पर गर्मी की अपेक्षा कन्ट्रोल भी कम रहता है। बावजूद इसके ट्रैफिक पुलिस या अन्य डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स ने इन घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया है। रोड एक्सीडेंट्स की वजहों को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।आधे से  ज्यादा चौराहे लावारिस


सिटी में अधिक संख्या में हो रहे रोड एक्सीडेंट की एक वजह अराजक ट्रैफिक है। ट्रैफिक पुलिस का कन्ट्रोल नहीं है। करीब 250 चौराहों में से आधे से ज्यादा लावारिस पड़े रहते हैं। जिन चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस रहती है, उनका भी ध्यान ट्रैफिक कन्ट्रोल की बजाए ट्रक व अन्य कॉमार्शियल व्हीकल्स पर अधिक लगा रहता है। इन दिनों तो सबसे अधिक ध्यान गाडिय़ों के चालान पर लगा हुआ है। सीओ ट्रैफिक राकेश नायक के मुताबिक, ट्रैफिक रुल्स फॉलो न करने पर हर रोज 250 से अधिक चालान किए जा रहे हैं। इसके अलावा करीब ढाई हजार रुपए पेनॉल्टी वसूली जा रही है। और बढ़ जाएगी मुश्किलेंपहले दीपावली और अब मोहर्रम की वजह से जेएनएनयूआरएम के अन्र्तगत वॉटर और सीवेज प्रोजेक्ट के लिए हो रही रोड कटिंग रोक दी गई है। 15 नवंबर से फिर रोड कटिंग का सिलसिला शुरू हो जाएगा। शहर की 100 से अधिक रोड्स के सीने पर खंजर चलाने की परमीशन दी जा चुकी है। जबकि कालपी रोड, जीटी रोड,  परेड-घंटाघर, वीआईपी रोड, गीता नगर रोड, श्याम नगर, नवीन नगर काकादेव, किदवई नगर, जाजमऊ हाइवे आदि रोड्स पहले से बदहाल पड़ी हुई हैं। "कुछ समय पहले नगर निगम के साथ मिलकर एंटी एनक्रोचमेंट ड्राइव चलाई गई थी। इधर फेस्टिवल्स के कारण ड्राइव नहीं चल पा रही है। ट्रैफिक मंथ में चालान के साथ ट्रैफिक रूल्स को लेकर लोगों को लगातार अवेयर किया जा रहा है.  "राकेश नायक, सीओ ट्रैफिक Do you knowमंथ- रोडएक्सीडेंट में मौतअगस्त-  35सितंबर-  35अक्टूबर- 38नवंबर-   82दिसंबर- 105जनवरी- 125फरवरी-  108मार्च -    60अप्रैल-   26मई-      43जून-     25जुलाई-   75

व्हीकल- रोड एक्सीडेंट में मौतट्रक, लॉरी- 127टेम्पो, वैन- 98बस-  69जीप-  81कार-  96थ्री व्हीलर- 105टू व्हीलर- 164(डेटा 2012 का है)

Posted By: Inextlive