कानपुर मेट्रो के आईआईटी से नौबस्ता तक के पहले कोरीडोर के अंडरग्राउंड सेक्शन में काम की रफ्तार अब और तेज होगी. चुन्नीगंज और नयागंज के बीच 4 किमी. लंबे अंडरग्राउंड सेक्शन में नाना नाम की टीबीएम ने आज अपना पहला मील का पत्थर हासिल किया. 84 मीटर की सुरंग तैयार करने के साथ ही मंडे को उसकी प्राइमरी ड्राइव पूरी हो गई. इसके बाद अब मशीन के बैकअप सिस्टम को टीबीएम के शील्ड से जोडऩे के लिए 17.5 मीटर गहरे आयताकार लॉन्चिंग शाफ्ट में उतारा जाएगा जिससे पूरी तरह ऑटोमैटिक तरीके से खुदाई होगी. रोज 12 से 15 मीटर तक सुरंग तैयार होगी. मालूम हो कि 4 जुलाई से नाना नाम की टीबीएम को बड़ा चौराहे से लांच किया गया था. प्राइमरी ड्राइव पूरी होने के साथ ही अभी नाना टीबीएम को रोक दिया गया है.


कानपुर (ब्यूरो) बैकअप सिस्टम यूनिट को टीबीएम का कंट्रोल रूम भी कहा जा सकता है जहां मशीन की सभी सहायक प्रणालियां मौजूद होती हैं। बैकअप सिस्टम यूनिट के जरिए मशीन 24 घंटे काम करती है और इंजीनियर्स अलग-अलग शिफ्टों में इस सिस्टम को संभालते हैं। इस कंट्रोल रूम में रेस्ट रूम और टॉयलेट की भी सुविधा होती है। यह रोलिंग संरचना टीबीएम से जुड़कर उसके साथ आगे बढाती है। टनल में मशीन के आगे बढऩे के साथ ही बैकअप सिस्टम तक रिंग सेग्मेंट पहुंचाने के लिए रेल की पटरियां लगाई जाती हैं। इनपर मोटराइज्ड ट्रॉली से रिंग सेग्मेंट्स को बैकअप सिस्टम यूनिट तक पहुंचाया जाता है, जहां क्रेन सेग्मेंट्स को एक के बाद एक उठाकर सिग्मेंट फीडर तक पहुंचाती हैं। टीबीएम ख़ुदाई के साथ-साथ टनल रिंग सेग्मेंट्स को भी लगाती चलती है।

अंडरग्राउंड सेक्शन: एक नजर में - 7 किमी लंबे दो अंडरग्राउंड सेक्शन
- 7 अंडरग्राउंड स्टेशनों का होगा निर्माण - 4 किमी के अंडरग्राउंड सेक्शन पर अभी टनल बनाने का काम शुरू - 5.4 किमी टनल का होगा निर्माण पहले अंडरग्राउंड सेक्शन में - 5.8 मीटर होगा टनल का व्यास - 3886 रिंग्स लगाई जाएंगी पूरी टनल में - पालिका स्टेडियम के पास और टीपी नगर के पास रैंप का निर्माण

Posted By: Inextlive