कीमत से ज्यादा ब्याज वसूलता है केडीए
-रेजीडेंशियल प्रॉपर्टी एलॉटीज से वसूलता है 15 परसेंट इंस्ट्रेस्ट और 3 परसेंट पेनॉल्टी
-विकास प्राधिकरण के बजाए निर्मम साहूकार की तरह पेश आता है अपने एलॉटीज से -आवास विकास कॉमर्शियल प्रॉपर्टी से भी नहीं वसूलता है इतना अधिक इंस्ट्रेस्ट -रेजीडेंशियल पर 9.50, 10.50 और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी पर 11.5 प्रतिशत ब्याज लेता है आवास विकास -------------- -हर साल केवल करोड़ों रुपए केडीए वसूलता है पेनॉल्टी सहित इंट्रेस्ट से -केडीए की शानो-शौकत बढ़ाने में करोड़ों रुपए फूंकने वाले अफसरों को नहीं है इंट्रेस्ट रेट की चिन्ता KANPUR: खुद का एक आशियाना का सपना संजोए कानपुराइट्स की मजबूरी का फायदा केडीए जमकर उठा रहा है। अपने एलॉटीज के साथ शहर का विकास कराने वाली सरकारी संस्था के बजाए साहूकार की तरह पेश आ रहा है।केडीए के जबरदस्त इंट्रेस्ट रेट के कारण डिफाल्टर्स एलॉटीज को कॉलोनी, प्लॉट की कीमत 3 गुना तक चुकानी पड़ रही है। हर साल करोड़ों रुपए केडीए केवल ब्याज से ही कमा लेता है। पर इससे केडीए अफसरों की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। जबकि दूसरी ओर केडीए की तुलना में पहले से ही कम इंट्रेस्ट रेट वसूल रहे आवास विकास ने अपनी ब्याज दरों में और कमी कर दी है। शायद इससे केडीए की शानो-शौकत बढाने में करोड़ों रुपए फूंक रहे अफसर सोचने पर कुछ मजबूर हो जाएं।
आवास विकास ने घटा दीं दरें केडीए इंस्टॉलमेंट पर प्रॉपर्टी एलॉट करने पर एलईआईजी, एमआईजी, एचआई आदि पर 15 परसेंट इंट्रेस्ट रेट लगाता है। अगर एलॉटीज समय पर पैसा जमा करने में चूके तो 3 परसेंट पेनाल्टी अलग से। वहीं आवास विकास परिषद पिछले फाइनेंशियल ईयर में 10 लाख तक की रेजीडेंसियल प्रॉपर्टी पर 10.50 और 10 से 25 लाख तक की प्रॉपर्टी 11.50 परसेंट इंट्रेस्ट रेट वसूलता था। जिसे इस साल घटाकर क्रमश: 9.50 व 10.50 परसेंट कर दिया है। यही नहीं कॉमर्शियल प्रॉपर्टी पर भी ब्याज दर में भारी कटौती करते हुए 15 परसेंट से महज 11.50 परसेंट कर दिया है। सिर्फ ब्याज से करोड़ों की कमाई केडीए हर साल करोड़ों रुपए टाइम से किश्त न जमा कर पाने वाले एलॉटीज से इंस्ट्रेस्ट और पेनॉलटी इंस्ट्रेस्ट के रूप में करोड़ों रुपए कमाता है। बीते फाइनेंशियल ईयर में केवल फरवरी,2016 तक केडीए के केवल एक जोन(जोन-4) से पेनाल्टी सहित इंट्रेस्ट से 3 करोड़ से अधिक रेवेन्यू मिला। जबकि जोन-1, जोन-2, जोन-3 और बर्रा विश्व बैंक में इस मद से आय अलग है। पुरानी हाउसिंग स्कीम्स में 3 गुना हुई कीमतपेनाल्टी सहित इंट्रेस्ट से सबसे अधिक रेवेन्यू केडीए को पुरानी हाउसिंग स्कीम्स से मिलता है। इनमें वरुण विहार, वैदेही विहार, तात्या टोपे नगर, बर्रा, विश्व बैंक, जवाहरपुरम, रतनपुर, पनकी गंगागंज, पनकी, रतनलाल नगर, कोयला नगर, अर्रा बिनगवां, सुजातगंज, दीनदयालपुरम, अम्बेडकर नगर, जाजमऊ, अन्नपूर्णा इंक्लेव, इन्द्रा नगर, दहेली सुजानपुर, दबौली, जरौली, वैष्णवी विहार, पार्षद नगर, गुजैनी आदि शामिल हैं। इन हाउसिंग स्कीम्स के एलॉटीज को टाइम से इंस्टॉलमेंट न चुकाने पर उन्हें प्रॉपर्टी की कीमत 2 से 3 गुना तक चुकानी पड़ रही है।
-शासनादेश के मुताबिक ईडब्ल्यूएस प्रॉपर्टी पर 10 और अन्य में 15 परसेंट व 3 परसेंट पेनॉल्टी इंस्ट्रेस्ट लगाया जाता है। - प्रदीप कुमार सिंह, ज्वाइंट सेक्रेटरी केडीए का इंट्रेस्ट रेट एलआईजी, एमआईजी, एलआईजी- 15 परसेंट दण्ड ब्याज- 3 परसेंट ईडब्ल्यूएस- 10 परसेंट दण्ड ब्याज- 3 परसेंट आवास विकास परिषद का इंट्रेस्ट रेट प्रॉपर्टी- इंट्रेस्ट पहले- इंट्रेस्ट अब रेजीडेंशियल (10 लाख)- 10.50- 9.50 रेजीडेंशियल(10 से 25 लाख-11.50-10.50 कामार्शियल(25 लाख से अधिक)-15.0-11.50 फाइनेंशियल ईयर 2015-16 मंथ- पेनॉल्टी सहित ब्याज अप्रैल- 49,58,206 मई- 41,19,817 जून- 44,34,649 जुलाई- 71,32,888 अगस्त- 5,05,541 सितंबर- 3,73,896 अक्टूबर- 6,48,758 नवंबर- 29,88,905 दिसंबर- 5,74,834 जनवरी- 45,68,592 फरवरी- 1,18,753 टोटल- 3,04,24,839(ये डेटा केवल केडीए के जोन-4 का है, जोन-1, 2, 3 व बर्रा विश्व बैंक अलग है)
एट ए ग्लांस कैटेगिरी- टोटल प्रॉपर्टी- एलॉटमेंट हो चुका ईडब्ल्यूएस- 52,600- 51,800 एलआईजी - 24200- 24000 एमआईजी- 30400- 29800 एचआईजी- 10500- 10000 कॉमर्शियल- 1000- 10000