कई वर्षों से कच्चे मकान में रह रहे एक गरीब का आशियाना गिर गया. मलबे में परिवार के 4 लोग दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए. ग्रामीणों ने मलबे में उन्हें बाहर निकाला. तब तक डेढ़ माह के मासूम की मौत हो चुकी थी. अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


कानपुर (ब्यूरो) मामला सिकंदरा तहसील क्षेत्र के चितवाखेड़ा गांव का है। गरीब का पूरा परिवार दब गया दबने की वजह से डेढ़ माह के मासूम की मौके पर ही मौत हो गई। मकान गिरने की आवाज के बाद ग्रामीणों ने दौड़कर कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकालकर जिला अस्पताल भेजा। सिकंदरा क्षेत्र के राजधान गांव के मजरा चितवाखेड़ा में गिरिजेश गुरुवार की रात परिवार के साथ रह रहे थे। रात में उनका कच्चा मकान भरभरा कर जमींदोज हो गया। मकान गिरने से बृजेश की पत्नी ललिता (32), शिखा (3), अंशिका (4), डेढ़ माह प्रतीक मलबे में दब गए। आवाज सुनकर लोग दौड़ पड़े। 4 मवेशी भी दब गए।

ग्रामीणों ने मलबा हटाकर निकाला बाहर
आनन-फानन में ग्रामीणों ने मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकालना शुरू कर दिया। तब तक डेढ़ माह के मासूम प्रतीक की मौत हो गई थी। बृजेश की पत्नी सहित दो बच्चियों को ग्रामीणों ने तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया। मौके पर तहसीलदार सुभाष चंद्र यादव ने जांच पड़ताल की।

Posted By: Inextlive