KANPUR: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के नाम पर कानपुराइट्स से सीधे 100 रुपए की वसूली पर अब नकेल लगाने की कवायद शुरू हो गई है. निर्

- प्राइवेट कंपनी की मनमानी की आर रही कई शिकायतें नगर निगम तैयार करेगा सॉफ्टवेयर

- सॉफ्टवेयर में कलेक्ट होगा पूरा रिकॉर्ड, मनमाने रेट भी नहीं वसूल सकेगी प्राइवेट कंपनी

>KANPUR: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के नाम पर कानपुराइट्स से सीधे 100 रुपए की वसूली पर अब नकेल लगाने की कवायद शुरू हो गई है। निर्धारित रेट से ज्यादा वसूली की शिकायत पर नगर निगम ने अनुबंधित प्राइवेट कंपनी द्वारा घरों से की जाने वाली वसूली और घरों की संख्या का पिछले 1 साल का रिकॉर्ड तलब कर लिया है। नगर निगम मुख्य वित्त लेखाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर इसकी जांच शुरू कर दी गई है। वहीं नगर निगम में अक्सर शिकायतें मिल रही थी कि कंपनी 100 रुपए वसूलती है और कई वार्डो में डोर-टू-डोर कलेक्शन भी नहीं कर रही है।

रेट घरों के साइज के हिसाब से

नगर निगम ने दिसंबर-2019 में हुए सदन में डोर-टू-डोर कलेक्शन के बढ़े रेट को मंजूरी दी थी। इसके बाद इसे लागू भी कर दिया गया था। रेट घरों के साइज के हिसाब से तय किए गए थे। जबकि आवासीय बीपीएल, मलिन बस्ती से 25 और 30 वर्ग मीटर से बड़े प्लॉट पर बने मकान से 50 रुपए रेट तय किए थे, लेकिन लोग अक्सर आरोप लगाते हैं कि कंपनी सीधे 100 रुपए की पर्ची काटती है।

रिकॉर्ड भी मेंटेन किया जाएगा

नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने अनियमितताओं को खत्म करने और घरों से रोज कूड़ा उठान सुनिश्चित करने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कानपुर स्मार्ट सिटी नोडल अधिकारी पूजा त्रिपाठी को सॉफ्टवेयर तैयार कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इस सॉफ्टवेयर में घरों से होने वाली वसूली के साथ रेट भी फिक्स किए जाएंगे, जिससे लोगों से अवैध वसूली न हो सके। इसके साथ ही कितने घरों से कूड़ा कलेक्शन हो रहा है, इसका रिकॉर्ड भी मेंटेन किया जाएगा।

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इन वार्डो में वेस्ट कलेक्शन

जोन वार्ड

1 78, 79, 101, 104, 107

2 24, 28, 47, 58, 95

3 18, 77, 88, 92, 100

4 5, 10, 37, 59, 75

5 34, 45, 57, 67, 93

6 25, 35, 40, 52, 85

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कैटेगिरी रेट

आवासीय बीपीएल, मलिन बस्ती 25

30 वर्ग मीटर से ज्यादा प्लॉट 50

आवासीय एचआईजी 100

आवासीय, हाउसिंग सोसाइटीज प्रति फ्लैट 100

आवासीय, 20 वर्गमीटर तक शॉप 100

कॉमर्शियल दुकान और ऑफिसेस 100

प्राइवेट कोचिंग, नर्सिग होम, पेट्रोल पंप 600

शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट, 1250

लॉन, हॉस्टल, ऑडिटोरियम आदि।

होटल, बैंक्वेट हॉल, फैक्ट्री, हॉस्पिटल 2500

1,000 वर्ग मीटर से अधिक कॉमर्शियल प्रॉपटर्1ीज 6,000

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नगर निगम ने प्राइवेट कंपनी से 2014-15 में टाईअप किया था। इसके तहत नगर निगम को 11.50 परसेंट यूजर चार्ज के तौर पर कंपनी को जमा करना था। पिछले 1 साल का रिकॉर्ड मांगा गया है।

-अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त।

Posted By: Inextlive