स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में टॉप-5 में जगह बनाने के लिए भले ही शहर भर में स्वच्छता का अभियान चलाया जा रहा है लेकिन नगर निगम मुख्यालय की सफाई पर ध्यान नहीं जा रहा है. कार्यालय के अंदर फाइलें अस्त-व्यस्त हालात में धूल से भरी पड़ी हैैं. अब इसको तो यही कहा जा सकता है कि अपना घर तो साफ नहीं कर पा रहे चले हैैं शहर को स्वच्छ बनाने. मुख्यालय में गंदगी की एक मिशाल दूसरी मंजिल पर बैठने वाली असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर पूजा त्रिपाठी के दफ्तर के सामने दिखती है. जहां फाइलों का कबाड़ की तरह अंबार लगा हुआ है. इसके अलावा दीवारों पर पान की पीक स्वच्छता मिशन को मुंह चिढ़ा रही है.


कानपुर (ब्यूरो) नगर निगम मुख्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि तकरीबन तीन महीने पहले यहां की सफाई व्यवस्था दुरस्त थी, लेकिन दिवाली में साफ सफाई के दौरान यहां पर बेकार पड़ी फाइलों को गलियारे में लगा दिया गया। इसके बाद से रद्दी को यहां से हटाने के लिए कोई सुध नहीं ले रहा है। तब से यहां पर अंबार लगा हुआ है। इस बाबत असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर व जोन-4 इंचार्ज की इंचार्ज पूजा त्रिपाठी का कहना है कि इन फाइलों को हटाने को लेकर बात चल रही है। जल्द ही यह यहां से हटा दी जाएगी।

ऐसे कैसे मिलेगा टॉप-5 में स्थान
हाल ही में शहरी एवं विकास मंत्रालय की तरफ से जारी हुए स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 की रैंकिंग में कानपुर को देश में 21वां स्थान प्राप्त हुआ था। जबकि 2020 में रैंकिंग 25वें नंबर पर थी। 24 व 25 नवंबर को कानपुर दौरे पर आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कानपुर को देश में टॉप-5 स्वच्छ शहरों में शामिल होने का आवाह्नन किया है। इसके बाद से सर्वेक्षण-2022 की रैकिंग में कानपुर को टॉप-5 में लाने की कवायद चल रही है।

Posted By: Inextlive