Most actors choose to stay far away from the madding crowd while getting candid about their films and personal life. Instead Nana Patekar opted to sit in a bustling Colaba café for this tete-a-tete. He chats about being inspired by super cop Rakesh Maria in ‘26/11’ film and wanting to do something different as an actor


मुंबई अटैक पर बेस्ड इस फिल्म में काम करना कैसा रहा?यह मेरे लिए एक और फिल्म की तरह नहीं था। राकेश मारिया यानी मेरा किरदार एक ऐसा रिस्पॉन्सिबल कैरेक्टर था जिसने मुंबई और यहां के लोगों को सेफ रखा।फिल्म एक ट्रेजेडी पर बनी है। क्या सेट का माहौल भी डल रहता था?यह कोई ऐसा इंसीडेंट नहीं जिसे याद करके खुश हुआ जाए। इस बात का खयाल हमने फिल्म में रखा है इसीलिए इसमें आपको एंटरटेन करने के लिए सॉन्ग, डांस जैसा कुछ भी नहीं मिलेगा, और इसके पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि में इस फिल्म का हिस्सा हूं।राकेश मारिया क्या आपके दोस्त हैं


कई और पुलिसवाले भी दोस्त हैं(आंखें झपकाते हुए) पुलिसवालों से मैं हमेशा अच्छे रिश्ते बनाकर रखता हूं। फिल्म में मैंने उनकी ही तरह बोलने, चलने की कोशिश की है, ऐसा नहीं कि मैंने इसे बखूबी कर ही कर लिया है, मैंने महज उनका थोड़ा सा एटीट्यूड अपनाने की कोशिश की है।क्या इसे आपका अब तक का सबसे चैलेंजिंग रोल माना जाए?

अगर आप इसे एक रोल मानते हैं तो हां यह टफ था क्योंकि इसमें रिस्पॉन्सिबिलिटी थी लेकिन अगर मैं वेलकम फिल्म के अपने रोल की बात करूं तो वह भी मेरे लिए चैलेजिंग ही था लेकिन उसमें रिस्पॉन्सिबिलिटी बिल्कुल नहीं थी। फिल्म साइन करने से पहले क्या आप मनी फैक्टर भी ध्यान में रखते हैं?मैं इस प्रोफेशन में सिर्फ पैसा बनाने के लिए ही नहीं हूं। मैं यहां पिछले 40 सालों से हूं जो एक शानदार दौर रहा है। मैं इस मीडियम का यूज हमेशा कुछ नया और अलग करने के लिए कर सकता हूं। हालांकि मुझे वेलकम जैसी फिल्म भी करनी पड़ती है लेकिन अफसोस कि लोगों को वेलकम जैसी फिल्में पसंद आती हैं और वे कई मीनिंगफुल फिल्में नकार देते हैं।

Posted By: Inextlive