ओसामा बिन लादेन की सबसे युवा पत्नी के परिजनों ने पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश से अपील कर उनकी तथा उनके बच्चों की रिहाई की अपील की है. अमेरिकी नेवी सील्स की कार्रवाई में लादेन की बीवी के घुटनों में गोली लगी थी और वह खुद इस कार्रवाई में मारा गया था.


लादेन की यमनी बीवी अमाल अहमदी अल सदाह की ओर से यह याचिका उनके भाई ने दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि उनकी बहन के पांच बच्चों की मानसिक हालत खराब है और उन्हें किसी प्रकार की तालीम नहीं मिल रही है। गार्डियन ने यह रिपोर्ट दी है।  सदाह के भाई ने अदालत को बताया कि उसकी बहन चल नहीं सकती है क्योंकि उसके पैरों में लगी चोट का ठीक से इलाज नहीं हुआ है। बताया जाता है कि ऐबटाबाद स्थित परिसर पर अमेरिकी हमले के दौरान लादेन की ढाल बनने की कोशिश करते हुए सदाह को घुटने में गोली लगी थी।  समाचारपत्र में कहा गया है कि ऐबटाबाद स्थित घर में पाया गया ओसामा का पूरा परिवार पिछले वर्ष दो मई की घटना के बाद से किसी अज्ञात स्थान पर पाकिस्तानी हिरासत में है।


 टूटी फूटी अंग्रेजी में लिखी गई याचिका में कहा गया है कि उनकी हिरासत मानवाधिकारों और दुनिया के कानूनों के खिलाफ है.  याचिका में यह भी कहा गया है कि बच्चों को प्रताडि़त किया जा रहा है।

 यमन निवासी 31 वर्षीय सदाह का निकाह लादेन से वर्ष 2000 में हुआ था। उसकी बड़ी बेटी सफीया करीब 12 साल की है तथा बाकी बच्चे तीन और आठ साल के हैं.  लादेन की दो और बीवियों को लादेन के चार पड़पोतों के साथ हिरासत में रखा गया है। वह सब भी ऐबटाबाद स्थित घर में हमले के समय थे। ये दोनों बीवियां सउदी मूल की हैं।  सदाह के भाई ने याचिका में कहा है कि इन्हें हिरासत से मुक्त किए जाने के लिए केवल गृह मंत्री रहमान मलिक के हस्ताक्षर का इंतजार है। लेकिन गार्डियन ने लिखा है कि लादेन के परिवार को नागरिक प्रशासन ने नहीं बल्कि सेना की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हिरासत में रखा है।

Posted By: Inextlive