राहुल गांधी ने मंच पर आते ही अपने अंदाज में स्पीच शुरू की. बोले नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकाने खोलने आया हूं. हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक जो काम किया है उसकी मेहनत नजर भी आ रही है. उन्होंने दावा किया कि लोकसभा इलेक्शन में इंडिया गठबंधन को यूपी में 50 सीटें मिल रही हैं. उनके भाषण में कई बार कनपुरिया टोन भी साफ सुनने को मिला.

कानपुर (ब्यूरो)। राहुल गांधी ने मंच पर आते ही अपने अंदाज में स्पीच शुरू की। बोले, नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकाने खोलने आया हूं। हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक जो काम किया है, उसकी मेहनत नजर भी आ रही है। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा इलेक्शन में इंडिया गठबंधन को यूपी में 50 सीटें मिल रही हैं। उनके भाषण में कई बार कनपुरिया टोन भी साफ सुनने को मिला। उन्होंने कहा कि मेड इन कानपुर ही मेड इन चाइना का मुकाबला कर सकता है। हमारी सरकार आने पर बैैंकों में कारीगरों व किसानों को लोन देने के लिए रेड कार्पेट बिछाकर उनका स्वागत किया जाएगा।

अकाउंट में खटा खट गिरेगा एक लाख
राहुल गांधी ने जनसभा में कहा कि 21वीं सदी में महिलाएं पुरुषों से दो गुना काम करती हैं। वह नौकरी के साथ घर में भी 8 घंटे एक्स्ट्रा काम करती हैं। महिलाओं के लिए हमारी सरकार महालक्ष्मी योजना लेकर आएगी। इस योजना में दस, बीस नहीं बल्कि एक एक लाख रुपये हर साल आएगा। हर महीने उनके एकाउंट में खटा खट, खटा खट पैसे गिरते रहेंगे जब तक वह परिवार गरीब रेखा की लिस्ट से बाहर न हो जाए। वहीं हमारी सरकार आने पर सरकार में भी पब्लिक सेक्टर की तरह नौकरी मिलेगी।

यहां पर सब बब्बर शेर
राहुल गांधी के जोरदार भाषण में जनसभा में यूथ ने सुर में सुर में मिलाकर नारे लगाए। वहीं राहुल ने जनसभा में मौजूद कानपुर के यूथ को बब्बर शेर कहकर पुकारा। कहा कि इन बब्बर शेर के आगे कोई नहीं टिक सकता है, यह शेर 13 मई को मैदान में उतरेंगे और अपने सातवें आसमान पर चढ़े गुस्से को गुबार वोट करके निकालेेंगे। अंत में उन्होंने कानपुर और अकबरपुर पार्लियामेंट सीट से इंडिया गठबंधन के कैंडीडेट्स को जिताने की अपील की।

कानपुर का हाथ नहीं गला ही काट दिया
राहुल गांधी ने कहा कि कानपुर कभी मैनचेस्टर कहा जाता था। यहां उद्योग व मिलें थी, जिसमें हजारों लाखों कारीगर, मजूदर काम करते थे। इन मिलों को दोबारा खोलने और उद्योगों के लिए कोई काम नहीं किया गया। जबकि मेड इन कानपुर के सामने मेड इन चाइना कभी टिक नहीं सकता है। छोटे उद्योग व किसानों के कर्ज माफ नहीं किए गए। उनके ऊपर पांच गुना टैक्स लगा दिया। जिससे यहां का उद्योग पूरी तरह खत्म हो गया।

Posted By: Inextlive