सड़क पर एनक्रोचमेंट कर बना दिए ड्रम के पहाड़
- शहर में एनक्रोचमेंट की बढ़ती शिकायतों के बाद दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट शुरू कर रहा है 'मेरी सड़क खाली करो' अभियान
- KANPUR : क्या आपने कभी ड्रम के पहाड़ के बारे में सुना है, नहीं सुना तो कानपुर के कोपरगंज से झकरकटी की ओर चलिए। यहां आपको एक नहीं दर्जनों ड्रम के पहाड़ नजर आ जाएंगे। शायद ऐसा नजारा आपको दूसरे शहर में देखने को नहीं मिलेगा। कानपुर कॉलिंग पर कानपुराइट्स की ढेरों शिकायतें आई, जिसके बाद आज से दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट 'मेरी सड़क खाली करो' अभियान के तहत शहर की उन तमाम सड़कों की समस्या उठाएगा, जिनकी वजह से पब्लिक को प्रॉब्लम हो रही है। आज सबसे पहले बात कोपरगंज-झकरकटी की तरफ जाने वाली रोड की। नहीं है आदेश का खौफयोगी सरकार भले ही एनक्रोचमेंट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश कर चुकी है, लेकिन इस आदेश का जरा भी खौफ नजर नहीं आ रहा है। शहर में किस कदर लोगों ने एनक्रोचमेंट कर सड़कों को घ्ोर रखा है।
सड़क को बना लिया गोदामकोपरगंज चौराहे से जैसे ही आप पुलिस चौकी के आगे बढ़ेंगे। सड़क के दोनों किनारों पर ड्रमों के बड़े-बड़े ढेर लगे दिखेंगे। सड़क पर कब्जा कर लगाए गए ड्रमों के ढेर करीब 600 मीटर तक लगे पड़े हैं। इस इलाके को ड्रम बाजार कहा जाता है। दुकानदारों ने सड़क को ही अपना गोदाम बना लिया है। यह स्थिति एक दिन की नहीं बल्कि कई साल से है, लेकिन नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने कभी इस ओर नजर भी नहीं डाली। यही नहीं पुलिस इस इलाके में हर वक्त रहती है, लेकिन सिर्फ इस रोड से निकलने वाले ट्रकों से वसूली के सिवाय दूसरी ओर नहीं देखती। बाजार के ही कुछ लोगों का कहना है कि ड्रम के ढेर से जो एनक्रोचमेंट किया गया है। उसकी एवज में पुलिस को भी 'समझा' जाता है।
सड़क की चौड़ाई भी कम हो गई अति जर्जर अवस्था में पहुंचने के बाद करीब तीन साल पहले इस सड़क का निर्माण किया गया था। सड़क निर्माण के समय भी दुकानदारों ने ड्रम के यह पहाड़ नहीं हटाए। इसकी वजह से किनारे की सड़क नहीं बनाई जा सकी। वैसे तो पीडब्ल्यूडी के कागजों में इस सड़क की चौड़ाई 45 फुट है, लेकिन मौके पर सिर्फ 30-32 फुट ही सड़क बनी है, बाकी की सड़क इन ड्रम के दुकानदारों ने कब्जा करके रखी हुई है। जबकि पेमेंट 45 फुट सड़क बनाने का किया गया। रोज लगता है भीषण जामकोपरगंज से झकरकटी जाने वाली इस सड़क पर हर समय हैवी ट्रैफिक रहता है। सभी तरह के छोटे-बड़े व्हीकल यहां से गुजरते हैं। दिन में कई बार जाम लगना रोज का काम है। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस ने कभी ड्रमों के इन 'पहाड़ों' को हटवाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की।
खतरनाक हो गई है यह सड़क ड्रमों के इन पहाड़ों की वजह से कम हुई सड़क की चौड़ाई कई लोगों की जान भी ले चुकी है। पिछले पांच सालों के दौरान इस रोड पर हुए एक्सीडेंट में करीब चार लोग अपनी जान गवां चुके हैं और करीब तीन दर्जन से अधिक लोग घायल होकर अस्पताल पहुंच गए। ------ बॉक्स ------- कैसे जुड़ सकते हैं इस अभियान से -आप भी जुड़ सकते हैं इस अभियान से। आप कानपुर कॉलिंग पर फोन करके इससे जुड़ सकते हैं। आप फेसबुक, व्हाट्सएप और ईमेल आदि माध्यमों से हमारे साथ जुड़ सकते हैं। अगर अतिक्रमण से संबंधित कोई वीडियो या फिर कोई फोटो हो तो व्हाट्सएप पर भी शेयर कर सकते हैं। हम इसको पब्लिश करें और जिम्मेदारों तक आपकी आवाज पहुंचाएंगे, जिससे आपकी सड़क खाली हो सके। -------------- कानपुर कॉलिंग लगाएं --------------- ----------------'किसी भी प्रकार का अतिक्रमण करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। अगर कोपरगंज में दुकानदारों ने सड़क पर ड्रम के ढेर लगाकर कब्जा कर रखा है, तो इस पर जरूर एक्शन लिया जाएगा.'
पीके महान्ति, कमिश्नर ------------------ (पब्लिक वर्जन) - कई साल से इस सड़क पर ऐसे ही ड्रमों का ढेर लगा देख रहा हूं। इस तरह से सड़क घेरने वालों पर कोई कार्रवाई ही नहीं हो रही। कैलाश परमार रोज जाम लगता है यहां, लेकिन पुलिस तो सिर्फ तमाशा देखती है। ड्रमों को हटाने के लिए कभी कुछ किया ही नहीं गया। गिरिजा शंकर अगर इस सड़क से ड्रमों के ढेर हटा दिए जाए तो सड़क काफी चौड़ी हो जाएगी। रोज के जाम से भी छुटकारा मिल जाएगा। विवेक भरतिया आधी रोड तो इन ड्रमों के दुकानदारों ने घेर रखी है। यहीं पर ड्रमों की धुलाई भी होती है। जिससे निकला केमिकल भी सड़क पर फैला रहता है। सूरज कश्यप