यूपी इलेक्शन 2017: 'नेता जी अखिलेश को बच्चा समझते हैं'
- कैंट से प्रत्याशी अतीक अहमद ने कहा, अखिलेश को बच्चा समझना ही नेताजी और अखिलेश के बीच 'मनभेद' की असली वजह
- बाहुबली नेता व पूर्व सांसद ने अखिलेश को बताया एक परिपक्व नेता और कामयाब मुख्यमंत्री द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठयन्हृक्कक्त्र : बाहुबली अतीक अहमद के टिकट को लेकर भले ही मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच 'मनभेद' हो गया है, लेकिन कानपुर कैंट से सपा प्रत्याशी अतीक अहमद ऐसा नहीं मानते हैं। अतीक का दावा है कि 'मनभेद' की वजह उनका टिकट नहीं, बल्कि नेता जी का मुख्यमंत्री को बच्चा समझना है। अतीक अहमद ने शहर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही। अतीक कहते हैं कि मुख्यमंत्री नेता जी के बेटे हैं। नेता जी ने ही उनको मुख्यमंत्री बनाया है। अखिलेश परिपक्व होने के साथ ही कामयाब मुख्यमंत्री हैं, लेकिन बेटा होने के नाते नेता जी उन्हें अभी भी बच्चा समझते है। इसलिए मुख्यमंत्री का नाराज होना स्वाभाविक है।
शिवपाल बड़े भोले हैंअतीक अहमद का कहना है कि मुख्यमंत्री ने वहां से खेलना शुरू किया है, जहां से लोगों की पारी खत्म हो जाती है। वो (अखिलेश) समझते हैं कि मैं समझदार हूं और अच्छा काम कर रहा हूं, लेकिन इसके बाद भी नेता जी दिनभर में 20 बार फोन करके उनको रोकते और राय देते हैं। क्यो? पूर्व सांसद ने इस 'मनभेद' पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि कुछ लोग हैं, जो कान भरने के लिए नेता जी के पास पहुंच जाते हैं। वे नेताजी से यह कहकर फोन कराते हैं कि अभी अखिलेश अनाड़ी हैं। अब ऐसे में अखिलेश जी क्या करें। बाहुबली नेता ने शिवपाल का पक्ष लेते हुए कहा कि उनको बेवजह फंसा दिया गया। शिवपाल बड़े ही भोले और सुलझे हुए हैं। यह विवाद बाप और बेटे की सोच न मिल पाने की वजह से हुआ है।