यूपीएसआईसी दिला रही सरकारी संस्थानों में नौकरी
आई एक्सक्लूसिव
-आउटसोर्सिग से खत्म होने लगेगी प्राइवेट कंपनियों की मनमानी -ट्रेंड व बेरोजगार युवक भी डायरेक्ट करा सकते हैं अपना रजिस्ट्रेशन >kanpur@inext.co.in KANPUR : सरकारी संस्थानों में होने वाली आउटसोर्सिग में अब प्राइवेट कंपनियों की मनमानी का समय खत्म होने जा रहा है। अब सभी सरकारी संस्थान यूपीएसआईसी के जरिए आउटसोर्सिग करेंगे। प्रदेश सरकार की नई नीति के तहत यह व्यवस्था बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिए की गई है। नहीं किया गया है बाध्यआउटसोर्सिग में अभी तक प्राइवेट कंपनियों का बोलबाला होने की वजह से सरकारी संस्थानों, अर्धसरकारी संस्थान व कॉरपोरेशन आदि को मजबूरी में इन्हीं कंपनियों से कॉन्ट्रेक्ट करना पड़ता है। अब यह व्यवस्था बदल जाएगी। प्रदेश शासन ने यूपीएसआईसी को आउटसोर्सिग के लिए नोडल एजेंसी के तौर पर अधिकृत किया है। अब इन आउटसोर्सिंग कराने वाले संस्थानों को यूपीएसआईसी भी एक विकल्प के रूप में मिल गया है। हालांकि नीति के तहत सरकारी व अन्य संस्थानों को सिर्फ यूपीएसआईसी से आउटसोर्सिग के लिए बाध्य नहीं किया गया है।
डायरेक्ट करा सकते हैं रजिस्ट्रेशनहालांकि कई प्राइवेट कंपनियां भी यूपीएसआईसी के जरिए आउटसोर्सिंग करेंगी। इसके लिए अब तक 14 कंपनियों को पैनल में शामिल कर लिया गया है आगे भी की यह प्रक्रिया जारी रहेगी। इसमें करीब 150 एचआर कंपनियां लाइन में हैं। वहीं आउटसोर्सिग के लिए सिर्फ कंपनियां ही नहीं बल्कि हुनरमंद युवक जो रोजगार की तलाश में हों वे अपना पूरा प्रोफाइल देते हुए यूपीएसआईसी की वेबसाइट पर जाकर डायरेक्ट रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें 573 रुपए जमा करने होंगे। यह रजिस्ट्रेशन एक वर्ष के लिए वैलिड रहेगा। इस दौरान आवश्यक्ता पड़ने पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले को कॉल किया जाएगा।
----------------------- 2005 युवाओं को रोजगार मिला यूपीएसआईसी में हर तरह के हुनर के युवक होंगे, जिसमें स्किल्ड, अन स्किल्ड, सेमी स्किल्ड व हाई स्किल्ड सभी वर्ग शामिल हैं। यानी सिक्योरिटी गार्ड से लेकर डॉक्टर तक की आउटसोर्सिंग यहां से की जा सकेगी। यही नहीं तकनीकि कार्य में दक्ष युवा भी यहां से कार्य के लिए भेजे जा रहे हैं। 30 मई तक यहां से 2005 युवाओं को विभिन्न संस्थानों में आउटसोर्सिग के लिए चयनित कर भेजा जा चुका है। ------------------------- 'आउटसोर्सिग के लिए कंपनियों को पैनल में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दक्ष युवाओं के रजिस्ट्रेशन की संख्या भी बढ़ रही है.' -मनोज सिंह, एमडी, यूपीएसआईसी।