आई एक्सक्लूसिव

-आवंटियों को समय-समय पर एसएमएस से किया जाएगा अलर्ट

-यूपीएसआईडीसी की हर परियोजना के बारे में मिलेगी जानकारी

KANPUR : टेक्नोलॉजी के बढ़ते दौर में यूपीएसआईडीसी भी अब ऐप के जरिए लोगों तक अपनी पहुंच बनाने में जुट गई है। इस एप का निर्माण यूपिको के द्वारा किया जा रहा है। इसका फायदा यूपीएसआईडीसी के कस्टमर्स को तो होगा ही साथ में यूपीएसआईडीसी की हर परियोजना की जानकारी भी इस एप के जरिए ि1मल सकेगी।

एंड्रायड फोन पर करेगा कार्य

यूपी इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट कारपोरेशन (यूपिको) द्वारा बनाया रहा है यूपीएसआईडीसी का एप लगभग बनकर तैयार हो चुका है। इस एप का इस वक्त परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण में सब कुछ ठीक होने पर अगले महीने इस एप को यूपीएसआईडीसी को सौंप दिया जाएगा। यह एप इंटरनेट के अलावा किसी भी एंड्रायड मोबाइल फोन पर डाउनलोड किया जा सकेगा।

किश्तों के बारे में देगा जानकारी

यूपिको सूत्रों के मुताबिक इस एप का सबसे ज्यादा फायदा यूपीएसआईडीसी के आवंटियों को मिलेगा। यह एप उनको समय-समय पर अलर्ट करता रहेगा। जैसे कि आवंटी ने जो जमीन ली है, उसकी किश्त कितनी है और कब तक उसे जमा करनी है। यह एप उनके मोबाइल पर इसका एसएमएस भेज देगा। कितनी किश्त जमा हो चुकी है और कितनी किश्त बाकी है इस एप के जरिए सारी डिटेल देखी जा सकेगी।

घर बैठे सारी जानकारी मिलेगी

यही नहीं जो जमीन आवंटित की गई है उसका मेंटीनेंस चार्ज कितना है और कब-कब उसे जमा करना है। इसकी जानकारी देने के साथ एप से यह भी पता चल सकेगा कि लीज रेन्ट कब जमा करना है। यूपीएसआईडीसी प्रबंधन का मानना है कि इस एप के लांच हो जाने के बाद आवंटियों को तमाम जानकारियों के लिए यूपीएसआईडीसी नहीं आना पड़ेगा।

-------------------------

परियोजनाओं की जानकारी भी मिलेगी

इस एप के जरिए लोग यह भी जान सकेंगे कि यूपीएसआईडीसी की कौन-कौन सी परियोजनाएं चल रही हैं और वर्तमान में उसकी क्या स्थिति है। साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि इन परियोजनाओं में अभी कितने प्लाट बिक्री के लिए शेष हैं। आगामी परियोजनाओं का भी इस एप पर पूरा विवरण मिलेगा, पता चल सकेगा कि कौन सी नई परियोजना किस क्षेत्र में विकसित करने की तैयारी हो रही है। उक्त परियोजना कितनी भूमि पर होगी और वहां प्लाट लेने के लिए क्या शर्ते होंगी। वर्तमान परियोजनाओं में भी अगर प्लाट शेष हैं तो भी इस एप के जरिए जानकारी ली जा सकेगी।

---------------

'यूपीएसआईडीसी के लिए एप बनकर तैयार हो गया है। अभी इसका ट्रायल चल रहा है। ट्रायल में पास होने के बाद इसे सौंप दिया जाएगा.'

-प्रवीण कुमार, एमडी, यूपिको

Posted By: Inextlive