टेस्टिंग में फिर फूटे भ्रष्टाचार के फव्वारे
- वाटरलाइन टेस्टिंग में गुमटी कौशलपुरी, रेव थ्री तिराहा और नवाबगंज में फटी पाइप लाइन
KANPUR: शहर में ड्रिंकिंग वॉटर प्रोजेक्ट्स में अरबों रुपए खर्च होने के बाद अब पानी तो किसी घर में नहीं पहुंचा लेकिन हर बार वाटर लाइनों की टेस्टिंग में जलनिगम के कामों की पोल जरूर खुल रही है। मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। गंगा बैराज स्थित वाटर वर्क्स से पानी छोड़ा गया तो एक बार फिर एसडी कॉलेज के पीछे बैराज रोड पर पाइप लाइन फट गई। इसके अलावा तिलक नगर में रेवथ्री तिराहा, गुमटी- कौशलपुरी में भी पाइप लाइन फटने से भ्रष्टाचार के फव्वारे फूट पड़े। सभी जगहों पर इस दौरान लाखों लीटर पानी की बर्बादी भी हुई और सड़क भी धंस गई। ढीले वॉल्व से चुन्नीगंज में भरा पानीटेस्टिंग के दौरान चुन्नीगंज फायर स्टेशन के पास भी वॉल्व ढीला होने से जल भराव हो गया इस दौरान भी लाखों लीटर पानी की बर्बादी हुई। उधर दो दिन पहले फूलबाग फलमंडी में टेस्टिंग के दौरान पाइप लाइन फटने और सड़क धंसने की घटना के बाद मंगलवार को मरम्मत का काम शुरू हो गया।
कोट-टेस्टिंग के दौरान कई जगहों पर वाटर लाइन लीकेज हुई है। चुन्नीगंज में वॉल्व ढीला होने से पानी का रिसाव हुआ। जिन जगहों पर लीकेज मिले हैं और सड़क धंसी है उन्हें जल्द ही ठीक कराया जाएगा।
- राकेश चौधरी, परियोजना प्रबंधक, जल निगम जेएनयूआरएम ड्रिंकिंग वॉटर प्रोजेक्ट फेस-1 में प्रोजेक्ट की कॉस्ट- 270.95 करोड़ रिवाइज्ड कॉस्ट- 393.93 करोड़ काम शुरू - मई 2008 मे वाटर ट्रीटमेंट प्लॉट की क्षमता- 200 एमएलडी मेन फीडर- 51.61 किमी डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क- 700 किमी कुल ओवरहेड टैंक- 14 ड्रिकिंग वॉटर पार्ट-2 प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट कॉस्ट- 377.79 करोड़ रिवाइज्ड कॉस्ट- 475.15 करोड़ काम शुरू- नवंबर 2008 - 200 एमएलडी ट्रीटमेंट प्लांट - 28.5 एमएलडी ट्रीटमेंट प्लांट - 65 किमी मेन लाइन - 1045 किमी डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क - 31 ओवरहेड टैंक कब कब खुली भ्रष्टाचार की पोल - 3 अप्रैल को फूलबाग में फलमंडी के पास पाइप लाइन फटी -17 मार्च बड़ा चौराहा पर पाइप लाइन फटी -12 मार्च आधी अधूरी पाइप लाइन की वजह से गोपाल टाकीज चौराहा धंसा -11 मार्च लेनिन पार्क के पास पाइप लाइन लीकेज से भीषण जलभराव -4 मार्च बिजली घर परेड और रिजर्व बैंक के सामने लीकेज - मैकराबर्टगंज और कम्पनीबाग रावतपुर रोड पर 17 जगहों पर लीकेज