देहरादून(ब्यूरो) स्वास्थ्य मंत्री डॉ। रावत ने ट्यजडे को दून मेडिकल कॉलेज के दून अस्पताल के सभागार में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) की रसोई द्वारा मुफ्त वितरण भोजन कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि यह शानदार पहल है। पेशेंट्स को तो सरकारी हॉस्पिटलों में फ्री में भोजन मिलता है, लेकिन तीमारदार छूट जाते हैं। अब करीब 800 से 1000 तीमारदारों को दून अस्पताल में इस्कॉन द्वारा निशुल्क भोजन मिला करेगा।

जरूरतमंदों को भी मिलेगा भोजन
आईआईटी मंडी के निदेशक व इस्कॉन के देहरादून निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि इस्कॉन की पहल से देहरादून में 10 किमी के दायरे में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। संगठन जरूरतमंद लोगों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक रसोई का निर्माण कर रहा है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि क्षेत्र में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा इस्कॉन के 111 किचन हैं, जो अब तक लोगों को साढ़े पांच सौ करोड़ थाली निशुल्क खिला चुके हैं।

दो बच्चों की लड़ाई ने दी प्रेरणा
फूड फॉर लाइफ पहल इस्कॉन के खाद्य राहत कार्यक्रम का एक हिस्सा है, जो 1972 में अपनी स्थापना के बाद से हर दिन लाखों लोगों को भोजन परोस रहा है। यह पहल इस्कॉन के संस्थापक, श्रील प्रभुपाद की दयालु दृष्टि में निहित है, जो इससे बहुत प्रभावित हुए थे। जब उन्होंने गांव के लड़कों को खाने के थोड़े से टुकड़ों के लिए सड़क में लड़ते देखा। इस अनुभव ने उन्हें भूख मिटाने और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध एक वैश्विक आंदोलन बनाने के लिए प्रेरित किया।

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