मेरा मानना है कि मनुष्य के मूल व्यवहार के बारे में जानना हो तो जीव-जंतु के प्रति उसका व्यवहार ही उसका मूल स्वभाव होता है। अगर वो उनके प्रति हिंसक है तो वो मानवता के प्रति हिंसक होगा। ये बात सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान के शताब्दी वर्ष समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि कहीं।


लखनऊ (ब्यूरो)। सीएम ने कहा कि प्राणि उद्यान इसलिए महत्वपूर्ण है कि यहां एक ही जगह अलग-अलग व्यवहार वाले प्राणि देखने को मिलते हैं। जिससे मनोरंजन तो होता ही है, साथ ही ज्ञान भी बढ़ता है। ईको टूरिज्म को आगे बढ़े, इसके लिए क्या प्रोग्राम कर सकते हैं, इसकी नीति बनाएं। बच्चों को यहां बुलाया जाए, जिससे उनके मन में पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम जागृत हो। जब हम जीव-जंतु के व्यवहार में हस्तक्षेप करते हैं तो ही वे अपनी सीमाओं को लांघते हैं।

पर्यावरण संरक्षण बेहद जरूरी


कार्यक्रम में मंत्री दारा सिंह ने कहा कि दृष्टिबाधित दर्शकों के लिए अलग से गैलरी बनाने का काम किया गया है। वे इसे टच करके प्राणि के बारे में जान सकते हैं। यहां पर ब्रीडिंग भी हो रही है। बारासिंघा का सबसे बड़ा समूह हमारे पास है। देश का छठवां जू है जिसे इंटरनेशनल वाजा की मान्यता मिली है। अगर पक्षी मुसीबत में होंगे तो हम भी मुसीबत में होंगे। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष काम करना होगा। डाक टिकट का किया विमोचन

कार्यक्रम के दौरान डाक विभाग द्वारा जारी विशेष टिकट का विमोचन सीएम योगी ने किया। इसके बाद सीएम ने शताब्दी स्मारिका का अनावरण और चित्रों में चिडिय़ाघर पुस्तक का भी विमोचन किया। इस दौरान अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह, प्रधान मुख्य वन्य संरक्षक सुनील पांडे, निदेशक आरके सिंह, चीफ पोस्ट मास्टर कौशलेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।सीएम ने किया सम्मानितसीएम ने प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया। जब नन्ही शुभकामना शर्मा मंच पर आई तो उसने सीएम से पास आने की गुजारिश की। सीएम अपनी कुर्सी से उठकर उसके पास आए और प्यार से सिर पर हाथ फेरा। वहीं सीएम ने 10वीं की छात्रा ऐश्ना सिंह को हिमालयन भालू और सारस गोद लेने पर सम्मानित किया। इसके बाद उन्होंने स्वस्तिक योगेश श्रीवास्तव, वैष्णवी, पारूल यादव, आकाश यादव, अंकिता सिंह, संस्कृति पटेल-शगुन पटेल, खुशी मिश्रा, सृष्टि गुप्ता, आशी को सम्मानित किया।

Posted By: Inextlive