-चयनित डॉक्टरों के विरोध के चलते देर रात बदला गया काउंसिलिंग सेंटर

-भविष्य दांव पर लगता देख छात्र छात्राओं ने लगाई राज्यपाल से गुहार, मिला आश्वासन

LUCKNOW: अपना भविष्य दांव पर लगता देख यूपीपीजीएमईई के पहली सूची में चयनित छात्र छात्राओं ने रविवार को देर रात राज्यपाल से मिलकर अपनी सीटे बचाने की गुहार लगाई। जिस पर राज्यपाल ने उनकी बातें सुनी और मामले में सीएम से वार्ता कर मामले को सुलझाने और उन्हें भी सीएम से मिलाने का आश्वासन दिया है। लगातार तीन दिन से काउंसिलिंग का विरोध कर रहे छात्र छात्राओं का संडे शाम धैर्य जवाब दे गया। कहीं से कोई आश्वासन न मिलता देख देर रात राज्यपाल से मिलने पहुंच गए। लगभग साढ़े तीन सौ की संख्या में डॉक्टर राजभवन के बाहर थे। बाद में टॉपर डॉ। अन्वेषिका, डॉ। ब्रजेश, डॉ। उमंग , डॉ। सृष्टि सहित 5 सदस्यीय टीम से राज्यपाल ने मुलाकात की। डॉक्टर्स की बात सुनकर राज्यपाल ने उनके मामले में समस्या सुलझाने का आश्वासन दिया।

देर रात बदला काउंसिलिंग सेंटर

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बनी नई सूची से काउंसिलिंग के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने केजीएमयू में 27 से 30 तक काउंसिलिंग और एडमिशन का समय रखा था। लेकिन लगातार तीन दिनों से विरोध के चलते चिकित्सा शिक्षा विभाग ने रविवार देर रात नोटीफिकेशन जारी कर डी नोवो काउंसिलिंग सेटर केजीएमयू से बदलकर नेशनल पीजी कॉलेज राणा प्रताप मार्ग लखनऊ कर दिया है। संशोधित सूची के अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग स्थल पर सुबह 9 बजे ही पहुंचने को कहा गया है। उधर काउंसिलिंग का विरोध कर रहे छात्र छात्राओं ने कहा है कि दूसरी जगह काउंसिलिंग नहीं होने देंगे। सूत्रों के मुताबिक केजीएमयू सहित सभी मेडिकल कॉलेजों के रेजीडेंट और फैकल्टी मेंबर भी उनके फेवर में हैं। अगर काउंसिलंग शुरू हुई तो वे कॉलेजों में मरीजों की भर्ती बंद करने का ऐलान कर सकते हैं।

दोनों पक्ष आमने सामने

इससे पहले संडे को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में कलाम सेंटर में नई लिस्ट के तहत काउंसलिंग पूर्व में एडमिशन पाए छात्र छात्राओ के विरोध के चलते लगातार तीसरे दिन भी शुरू नहीं हो सकी। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी तीसरे दिन भी उन्हें मनाने में सफल न हो सके। रविवार को पीएमएस डॉक्टर भी केजीएमयू में सेंटर के बाहर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की।

भविष्य अंधकार में

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूर्व में एडमिशन पाए 341 छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकार में है। जो अभ्यर्थी टॉपर थे और विभिन्न कॉलेजों में पिछले एक माह से पढ़ रहे थे अचानक उन्हें बाहर कर दिया गया। अब नई लिस्ट में वे टॉप 200 से भी बाहर हो गए हैं। जिसके कारण बड़ी संख्या में छात्रों को सीट ही नहीं मिलेगी और जिन्हें मिलेगी उन्हें कम लोकप्रिय सीटों से संतोष करना पड़ेगा। जिसके विरोध में अब वे नए सिरे से काउंसिलिंग का विरोध कर रहे हैं। शनिवार और रविवार को हुई जबदस्त बारिश का भी उन पर असर नहीं पड़ा ओर छात्र छात्राएं दिन रात केजीएमयू के कलाम सेंटर के गेट पर डटे हुए हैं। अधिकारियों के अलावा नई मेरिट लिस्ट के अभ्यर्थियों को अंदर ही जाने नहीं दिया। जिसके कारण काउंसिलिंग शुरू ही नही हो सकी। तीसरे दिन छात्र छात्रओं ने काला फीता बांधकर विरोध जताना शुरू कर दिया। यही छात्र छात्राओं ने फेसबुक पर ग्रुप बनाकर अपने लिए समर्थन मांग रहे हैं।

Posted By: Inextlive