डीएम शहर के चार बड़े अस्पतालों को नोटिस दे 24 घंटे में मांगा जवाब
- कोरोना मरीजों की मृत्यु के मामले पर प्रशासन सख्त
- इलाज में लापरवाही के गंभीर आरोप, बुधवार तक देना होगा जवाब इन अस्पतालों पर शिकंजा चरक अस्पताल अपोलो मेडिक्स चंदन अस्पताल मेयो अस्पताल ये लगे आरोप - मरीजों की कोरोना जांच देरी से कराई गई - रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी समय से मरीज को उपचार के लिए कोविड अस्पताल रेफर नहीं किया - कोविड प्रोटोकाल के अनुरूप होल्डिंग एरिया का न होना रुष्टयहृह्रङ्ख : निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही की शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन ने चार बड़े निजी अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। प्रशासन ने अस्पतालों को बुधवार तक का समय जवाब दाखिल करने के लिए दिया है। लगे गंभीर आरोपडीएम अभिषेक प्रकाश ने चार अस्पतालों चरक, मेयो, अपोलो और चंदन अस्पताल को नोटिस जारी किया है। इन अस्पतालों पर इलाज के नाम पर गंभीर आरोप लगे हैं। जिलाधिकारी के मुताबिक चरक अस्पताल में 10, चंदन अस्पताल में 11, मेयो अस्पताल में 10 और अपोलो से 17 मरीज नॉन कोविड अस्पताल से कोविड अस्पताल भेजे गए, जिनकी मृत्यु हो गई। प्रशासन का कहना है कि सभी मरीजों की मौत के पीछे कहीं न कहीं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही प्रतीत हो रही है। डीएम ने अस्पतालों को इन मरीजों को दिए गए इलाज संबंधित पूरी रिपोर्ट बुधवार तक देने को कहा है।
कमिश्नर और डीएम ने किया निरीक्षण निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को मिल रही इलाज की सुविधाओं का जायजा लेने के लिए मंगलवार को मंडलायुक्त रंजन कुमार और डीएम अभिषेक प्रकाश गोमती नगर स्थित मेयो अस्पताल पहुंचे। यहां अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं को देखा और मरीजों से बात भी की। डीएम ने तीमारदारों से कहा कि जो भी पैसा अस्पताल जमा कराए उसका बिल जरूर अपने पास रखें। अगर कोई अधिक पैसे वसूल रहा है तो तत्काल इसकी शिकायत कंट्रोल रूम में करें। मरीजों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। नोटिस मिला है, जिसका जवाब दिया जाएगा। - प्रदीप कुमार, निदेशक चरक अस्पताल मंडलायुक्त और डीएम ने सुबह अस्पताल का निरीक्षण किया था। अब तक नोटिस की जानकारी नहीं है। किसी भी मरीज की मौत इलाज में लापरवाही के चलते नहीं हुई। - डॉ। मधुलिका सिंह, निदेशक मेयो अस्पतालमरीजों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाती है। अवकाश पर हूं और मुझे अब तक नोटिस नहीं मिला है।
- डॉ। फारुख अंसारी, मेडिकल डायरेक्टर, चंदन अस्पताल हमारे यहां कोविड का इलाज सोमवार से ही शुरू किया गया है। किसी नोटिस की जानकारी अब तक नहीं है। प्रशासन को सभी तथ्यों से अवगत कराया जाएगा। - विशाल मिश्र, पीआरओ, अपोलो मेडिक्स डेथ ऑडिट जरूरी डीएम ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक अस्पताल में डेथ ऑडिट अनिवार्य रूप से किया जाए, ताकि सही कारण का पता लगाया जा सके। जो भी इस काम में लापरवाही करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।