मेयर ने मीटिंग करते हुए साफ कहा है कि नाली चोक होने की वजह से अगर किसी भी एरिया में जलभराव की समस्या सामने आती है तो जेडएसओ जिम्मेदार होंगे।


लखनऊ (ब्यूरो)। वार्डों में सफाई व्यवस्था में लगे कार्यदायी संस्थाओं के कर्मचारी लगातार लापरवाही कर रहे हैैं। एक बार फिर मेयर संयुक्ता भाटिया के निरीक्षण में निर्धारित क्षमता से कम सफाई कर्मी फील्ड पर मिले, जिसके चलते संबंधित कार्यदायी संस्था पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। मेयर ने गुरुवार को जोन-5 के गुरुनानक नगर वार्ड के प्रेमनगर, पूरननगर, गुप्ता मार्केट, सरदारी खेड़ा, विशेश्वर नगर, जोधा खेड़ा में सफाई व्यवस्था देखने के लिए निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वार्ड में तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति भी चेक की। मेयर के पूछने पर पता चला कि यहां 11 परमानेंट और 10 संविदा सफाई कर्मचारी तैनात हैं, जिसमें से 10 अनुपस्थित मिले। मेयर ने मास्टररोल तलब किया, तो 10 कर्मचारियों की अनुपस्थिति दर्ज थी और एक परमानेंट कर्मचारी छुट्टी पर था।नाली सफाई के लिए अभियान
इसके बाद मेयर ने अन्य इलाकों में भी सफाई की स्थिति देखी। साथ ही, एसएफआई राजेश को कर्मचारियों को एक जगह एकत्रित करने के निर्देश दिए। जब उन्होंने अपने सामने कर्मचारियों की उपस्थिति चेक कराई तो कार्यदायी संस्था के 54 में से 44 कर्मचारी ही मिले। इस पर मेयर ने कार्यदायी संस्था वीआईपी सिक्योरिटी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाते हुए प्रतिदिन कर्मचारियों की निगरानी करने के लिए जोनल सेनेटरी ऑफिसर राजेश सिंह को जिम्मेदारी सौंपी। मेयर ने नालियों की सफाई के लिए तीन दिवसीय विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैैं।जेडएसओ होंगे जिम्मेदारीमेयर ने मीटिंग करते हुए साफ कहा है कि नाली चोक होने की वजह से अगर किसी भी एरिया में जलभराव की समस्या सामने आती है, तो जेडएसओ जिम्मेदार होंगे। इंजीनियरिंग विभाग की ओर से तीन दिन विशेष अभियान चलाकर सभी वार्डों से मलबा उठाने की कार्रवाई की जाएगी। जनता से भी अपील की जाएगी कि रोड पर मलबा या वेस्ट न फेंके।

Posted By: Inextlive