बादलों में छिप गया चंद्र ग्रहण
- चंद्र ग्रहण देखने पहुंचे लोग बादल के छाए रहने से
- लखनऊ में शाम 6.25 से 7.15 बजे तक रहा ग्रहण LUCKNOW: पूरे विश्व में जहां खग्रास चंद्र ग्रहण का असर रहा। वहीं लखनऊ में भ्0 मिनट दिखा इसका असर देखने को मिला। चंद्र ग्रहण को देखने के लिए नक्षत्र शाला में सैकड़ों लोग पहुंचे। हालांकि बादल के छाए रहने से लोग ग्रहण का नजारा पूरा नहीं देख सके। चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ज्यादातर लोग इस दौरान घर में दुबके रहे। देर शाम चंद्र ग्रहण से मुक्ति के बाद लोगों ने स्नान-ध्यान किया। वहीं गृहणियों ने भोजन पकाना शुरू किया। बादल में छिपा ग्रहणचंद्रग्रहण को देखने के लिए सैटर्डे दोपहर से लोग नक्षत्र शाला पहुंचने लगे थे। साइंटिस्ट अनिल यादव के अनुसार पांच से छ सौ लोग चंद्र ग्रहण को देखने के लिए पहुंचे थे। नक्षत्र शाला में तीन टेलीस्कोप लगाए गए थे। हालांकि चंद्र पर बादल छाने के चलते लोगो निराश हुए। उन्हें ज्यूपीटर व वीनस दिखाया गया। लोगों ने ज्यूपिटर का मून भी देखा। लखनऊ में चंद्र ग्रहण शाम म्.ख्भ् से 7.क्भ् बजे तक रहा।
कन्या राशि वालों पर पड़ा प्रभावखग्रास चंद्र ग्रहण का असर विश्व में दोपहर फ्.ब्भ् से देर शाम 7.क्भ् बजे के बीच रहा। देर शाम ग्रहण से मोक्ष प्राप्ति के बाद लोगों ने स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर दान किया। खग्रास चंद्र ग्रहण का दुष्प्रभाव सबसे ज्यादा कन्या राशि वालों पर पड़ा है। चूंकि यह ग्रहण हस्त नक्षत्र और कन्या राशि में घटित हुआ है। इसलिए कन्या राशि वालों पर इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। इसके अलावा कुछ राशियों जैसे वृष राशी वालों के लिए यह ग्रहण उत्तम रहा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार खग्रास चंद्र ग्रहण का पब्लिक पर कोई दुष्प्रभाव नहीं था। इस दौरान केवल कुछ सावधानियां बरतनी होती है, जैसे की मंदिर में पूजन व भोजन पकाना।