LUCKNOW: विदेशी निवेशकों के सामने सरकार को घुटने टेकने की आवश्यकता नहीं है। उनकी अनुचित डिमांड पूरी नहीं की जानी चाहिए। यह लोग देश का भला नहीं कर सकते। यह विचार भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने व्यक्त किए। मंगलवार को वह राजधानी में थे। एलयू में राजनीति विभाग की देखरेख में आयोजित वीएसराम स्मृति व्याख्यान में भारत का आर्थिक परिदृश्य विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केवल एफडीआई के जारिए आर्थिक क्रांति को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता है। देश का कल्याण आर्थिक उन्नति यहीं के लोगों से ही संभव है। उन्होंने कहा कि सरकार को केवल इतना करना चाहिए कि वह कृषि के क्षेत्र में अधिक बढ़ावा दे। ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर लघु उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक सुधार तभी सफल हो सकते हैं जब आम जन की मूलभूत सुविधाएं पूरी होंगी। इसके लिए जरूरी है कि रोजगार की व्यवस्था की जाए। आम जनता को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में रूचि नहीं हो सकती है क्योंकि उनकी अवश्यकताएं छोटी होती है। सरकार को उनकी अवश्यकताओं का माहौल बनाना चाहिए।

घरेलू उत्पादन में कृषि का योगदान मात्र क्भ् प्रतिशत है। जबकि कृषि पर जीवन यापन करने वाली आबादी भ्0 प्रतिशत है। सरकार को चाहिए की सकल घरेलू उत्पादन में कृषि के योगदान को भ्0 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। इसकेअलावा ग्रामीण क्षेत्रों में गैर कृषि आधारित छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने की जरूरत है।

उन्होने कहा कि आजादी के बाद से 80 के दशक तक सोशलिस्ट माडल की बात करने वाली सरकारें रहीं वह भी गरीबों का भला नहीं कर सकी है। लेकिन यूपीए की सरकार में यह साबित हुआ कि उदारवादी आर्थिक व्यवस्था देश का भला नहीं हुआ क्योंकि आर्थिक गांव गरीबों तक नहीं पहुंचे।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि भारत युवा देश है। युवाओं की संख्या विश्व में सबसे अधिक है। यदि उन्हें रोजगार नहीं मिलेगा तो अंसोष फैलेगा। इससे देश की प्रगति पर भी बाधा पड़ सकती है। ऐसे में इनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ-साथ कौशल विकास को भी गति देने की जरूरत है।

उन्होने कहा कि बजट पर टिप्पणी बिना देखे नहीं की जा सकती है। बजट सिर्फ लोकलुभवन ना हो बजट पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। केन्द्र सरकार से आशा है कि वह ऐसा ही करेगी। इस कार्यक्रम में लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति एसबी निमसे, प्रो। शाशि शुक्ला, प्रो। आर के मिश्र ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

Posted By: Inextlive