- इस साल करीब 100 मिलियन यूनिट बिजली बचाई गई

LUCKNOW

बिजली बचाने की दिशा में लेसा की ओर से एक और कदम उठाया गया है। इसी कड़ी में महकमे की ओर से 33 और 11 केवी विद्युत उपकेंद्रों के परिवर्तकों के 11केवी विभव पर ऑटोमैटिक कैपेसिटर बैंक की स्थापना की गई है। इसका असर भी देखने को मिला है और इस साल करीब 100 मिलियन यूनिट बिजली बची है।

104 कैपेसिटर बैंक

लेसा से मिली जानकारी के अनुसार, 33 और 11 केवी विद्युत उपकेंद्रों में कुल 104 कैपेसिटर बैंक लगाए गए हैं। इनकी क्षमता 3.96 एमवीएआर है। इनमें से 100 कैपेसिटर बैंक क्रियाशील हैं और इससे करीब 100 मिलियन यूनिट बिजली की बचत हुई है।

एलटी साइड में 915 कैपेसिटर

लेसा क्षेत्र के अंतर्गत ही वितरण परिवर्तकों के एलटी साइड में कुल 915 कैपेसिटर बैंक लगाए गए हैं। महकमे के अधिकारियों की माने तो इस कदम से सालाना करीब 55 करोड़ रुपये की ऊर्जा की बचत होगी।

घट गई वृद्धि दर

महकमे के अधिकारियों की माने तो कैपेसिटर बैंक लगने के बाद पिछले वर्ष के मुकाबले अभी तक ऊर्जा की वार्षिक खपत में गिरावट दर्ज की गई है। जहां पहले आंकड़ा 5.48 फीसद था, वहीं अब यहां आंकड़ा 3.5 फीसद हो गया है।

कन्ज्यूमर भी जागरुक हों

महकमे की ओर से अपील की गई है कि यदि वे लोग भी अपने यहां ऑटोमैटिक पॉवर फैक्टर करेक्टर लगवा लें तो अच्छी गुणवत्ता की आपूर्ति के साथ-साथ मासिक विद्युत की खपत में भी कमी आएगी।

कोट

निश्चित रूप से ऑटोमैटिक कैपेसिटर बैंक लगाने से बिजली की खपत संबंधी ग्राफ में खासी गिरावट दर्ज की गई है। उम्मीद है कि आने वाले समय में और भी बेहतर परिणाम सामने आएंगे।

आशुतोष कुमार, लेसा चीफ

Posted By: Inextlive