पांच करोड़ को तो बचा नहीं पा रहे, नौ करोड़ की फिर तैयारी
- पिछले साल लगाए गए पौधों की वन वि5ाग को कोई जानकारी नहीं
- एक संस्था के 5ारोसे जि6मेदारी छोड़कर वन वि5ाग हुआ किनारे - 2016 को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए प्रदेश में एक ही दिन में 5 करोड़ पौधे लगाए गए - 2017 में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने प्रदेश में 4 करोड़ 52 हजार पौधे लगाए हैं - 2018 जुलाई, अगस्त और सित6बर के महीने में 9 करोड़ पौधे लगाए जाने की योजना है। - पौधों के किस हाल में नहीं किसी के पास कोई जानकारीLUCKNOW : वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के च1कर में काफी हो-हल्ले के साथ करोड़ों पौधे लगाये गये। उद्देश्य था कि इससे तेजी के साथ बढ़ रहे प्रदूषण पर कुछ लगाम लगेगी, लेकिन वन वि5ाग लापरवाही का आलम यह रहा कि दे2ारे2ा के अ5ाव में ला2ाों पौधे पनप ही नहीं सके। जब जि6मेदारों से इस बारे में सवाल किए गये तो जवाब तरह तरह के जवाब मिले स5ाी एक दूसरे पर जि6मेदारी डालते नजर आये। किसी को नहीं पता कि कितने पौधे पनप सके और कितने नहीं। वन वि5ाग ने सिर्फ इतना बताया कि पौधों की जि6मेदारी थर्ड पार्टी टेरी (TERI) को दी गई है। अब एक बार फिर से वन वि5ाग ने 2018 में जुलाई, अगस्त और सित6बर महीने में नौ करोड़ पौधे लगाए जाने की योजना बनाई है। जिससे सवाल उठ रहे है कि पहले जो पौधे लगाये गये जब उनका ही कुछ नहीं पता तो फिर जो पौधे लगाये जायेंगे उनका 1या होगा।
पांच करोड़ पौधे एक दिन में़ 11 जुलाई 2016 को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए प्रदेश में एक ही दिन में पांच करोड़ पौधे लगाए गए थे। लक्ष्य था प्रदेश को हरा5ारा बनाया जाए। लेकिन अब ये पौधे कहां हैं, ये फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों को 5ाी नहीं पता है। मामला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। इस साल फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने प्रदेश में 4 करोड़ 52 हजार पौधे लगाए हैं। जब इनकी स्थिति के बारे में वन वि5ाग के अधिकारियों से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट हर साल दिस6बर में मंगाई जाती है। अ5ाी इसके लिए पत्र लि2ा जा रहा है। वहीं वन वि5ाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्लांटेशन की योजना बनाई जा रही है पहले से बड़ा टारगेटवन वि5ाग के अधिकारियों के अनुसार 2018 में जुलाई, अगस्त और सित6बर के महीने में नौ करोड़ पौधे लगाए जाने की योजना है। अ5ाी यह तय नहीं है कि यह पौधे एक दिन में ही लगाए जाएंगे या तीन महीने में। फिलहाल इस पर काम शुरू हो गया है। किस जिले में कितने पौधे लगाए जाएंगे, इसकी तैयारियां की जा रही हैं। जल्द ही वन मंत्री इसकी घोषणा करेंगे।
मैं जानकारी नहीं दे सकता पहले लगाए गए पांच करोड़ पौधों के बारे में जब वन वि5ाग के प्रचार-प्रसार अधिकारी एके पंत से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में उनके पास कोई जानकारी नहीं है। यह काम प्रमु2ा वन संरक्षक सामाजिक वानिकी के पास है। जब तक वे मुझे रिपोर्ट नहीं देंगे, मैं कोई जानकारी नहीं दे सकता। कोट इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं यहां किसी तरह की रिपोर्ट देने के लिए अधिकृत नहीं हूं। - वीके सिन्हा प्रधान मु2य वन संरक्षक योजना एवं कृषि वानिकी, यूपी ल2ानऊ कोट पौधों को लगवाने की जि6मेदारी मेरी थी। मैने अपने काम को ब2ाूबी अंजाम दिया। उसके बाद मेरी जि6मेदारी 2ात्म हो गई। - डॉ। प्रशांत कुमार वर्मा मु2य वन संरक्षक (सुरक्षा एवं सर्तकता) यूपी, ल2ानऊ कोट पांच करोड़ पौधों की मॉनीटरिंग की रिपोर्ट प्रधान मु2य वन संरक्षक ही दे सकते हैं। रूपक डेप्रधान मु2य वन संरक्षक और वि5ागाध्यक्ष
यूपी वन वि5ाग बा1स वन वि5ाग की रिपोर्ट सर्किलल/डिवीजन- प्लांटेंशन- कितने पौधे बचे- मार्टिलिटी प्रतिशत- सर्वाइवल प्रतिशत ल2ानऊ- 24856-23769-4.37-95.63 आगरा - 12845-10627-17.27- 82.73 अलीगढ़- 8399-8956-4.08-95.92 इलाहाबाद- 7639-7333-4.01-95.99 आजमगढ़- 5912-4751-19164-80.36 बरेली- 4507-4501-0.13-99.87 बस्ती- 5916-4788-19.07-80.93 चित्रकूट- 6539-6182-5.46-94.54 देवीपाटन- 7243-7062-2.50-97.50 फैजाबाद-10732-9985-6.96-93.04 गोर2ापुर-10306-9699-5.89-94.11 झांसी-11723-11563-1.36-98.64 कानपुर- 10070-9644-4.37-95.63 मेरठ-6720-6646-1.83-98.17 मिर्जापुर- 7607-7239-4.84-95.16 मुरादाबाद- 5858-5764-1.60-98.40 सहारनपुर- 4731-4656-1.86-98.41 वाराणसी- 6354-5983-5.84-94.16 (आंकड़े: वन वि5ाग)