- चेकिंग के दौरान की जाएगी वीडियो रिकॉर्डिग

- मानक पूरा न करने वाले होटल संचालकों के खिलाफ हीगी कार्रवाई

- होटल गोल्डन ट्यूलिप का नहीं है रजिस्ट्रेशन

LUCKNOW: प्रतापगढ़ के आर्यन होटल में हुए अग्निकांड में दस लोगों की मौत के बाद राजधानी में सतर्कता बरती जाने लगी है। प्रशासनिक टीम को इसके लिए एक्टिव किया गया है। सिटी के सभी होटल और रेस्टोरेंट की सुरक्षा से संबंधित मानकों की हर तीन महीने में चेकिंग की जाएगी। उसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी की जाएगी। मानक पूरा न करने वाले होटल और रेस्टोरेंट संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसकी शुरुआत थर्सडे को होटल गोल्डन ट्यूलिप में छापेमारी से की गई।

गोल्डन ट्यूलिप का रजिस्ट्रेशन नहीं

हुसैनगंज स्थित गोल्डन ट्यूलिब का सराय एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं है। बिना रजिस्ट्रेशन ही होटल का संचालक किया जा रहा था। थर्सडे को एटीएम सिटी और एसपी पूर्वी की संयुक्त टीम ने होटल का निरीक्षण किया। दस्तावेज में सराय एक्ट में रजिस्ट्रेशन न मिलने से होटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। होटल संचालक का कहना है कि सराय एक्ट में रजिस्ट्रेशन के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया गया है। हालांकि, अभी तक अनुमति नहीं मिली है।

हर मानक की होगी चेकिंग

डीएम राजशेखर ने होटलों में सुरक्षा से संबंधित सभी मानकों की चेकिंग के लिए अपर नगर मजिस्ट्रेट और उप जिलाधिकारी के साथ संबंधित विभागों की टीम बनाई है। इसमें होटल में पार्किग, अग्निशमन यंत्र, खानपान व्यवस्था, बिजली उपकरणों से सुरक्षा और बालश्रम चेकिंग की जाएगी। इसके लिए एक चेकिंग परफॉर्मा फॉर्म भी निर्धारित किया गया है, जिसमें होटल के सभी मानकों की इंट्री की जाएगी।

बिना एनओसी के चल रहे होटल

नाका और चारबाग के आठ होटलों की जांच करने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने फायर विभाग के सीएफओ से एनओसी की रिपोर्ट मांगी थी। साथ ही बिना एनओसी और फायर उपकरणों के चल रहे इन होटलों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। कार्रवाई तो दूर सीएफओ ने अब तक जिला प्रशासन को रिपोर्ट ही नहीं भेजी है। साथ ही ये भी निर्देश दिए हैं कि कितने होटलों को एनओसी दी गई है और पिछले दो वषरें में कितनी बार फायर विभाग ने जांच की है। जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने बताया कि अगर सीएफओ तीन दिनों के अंदर इस मामले की रिपोर्ट नहीं सौंपते हैं तो उनकी शिकायत शासन स्तर पर की जाएगी। बताते चलें कि इस समय राजधानी के करीब सौ से अधिक होटल और रेस्टोरेंट छोटी छोटी गलियों में चल रहे हैं। जहां पर किसी भी हादसे के समय चार पहिया वाहन भी नहीं जा सकता है। इनमें न तो फायर उपकरण हैं और न ही किसी के भी पास फायर विभाग की एनओसी है। यही नहीं अधिकतर होटल मानकों की अनदेखी कर चल रहे हैं। नीचे दुकानें किराए पर चल रही हैं और फ‌र्स्ट फ्लोर पर लोगों ने अपने कार्यालय बना रखे हैं। इसके बाद के फ्लोर पर होटलों का संचालन किया जा रहा है।

मनोरंजन कर विभाग की मियाद भी पूरी

पिछले कई वर्षो से इन होटल संचालकों ने लग्जरी टैक्स भी नहीं दिया है। यही नहीं इसमें से कई होटल संचालक तो ऐसे भी हैं जो मनोरंजन कर विभाग के भी बकाएदार हैं। मतलब कि एक ही केबिल व सेट टॉप के माध्यम से कई टीवी चल रहे हैं। मनोरंजन कर विभाग की ओर से भी इन होटलों को नोटिस दी जा चुकी है। 30 जून को नोटिस की मियाद भी पूरी हो जाएगी। मनोरंजन कर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नोटिस की मियाद पूरी होने के बाद बकाया वसूलने के लिए आरसी काटी जाएगी।

Posted By: Inextlive