सरगनाओं का सियासी अखाड़ा बनेगा जौनपुर
सरगनाओं का सियासी अखाड़ा बनेगा जौनपुर
- आगामी विधानसभा चुनाव में मसल पावर का जोर - बीएसपी तीन ठाकुर बाहुबलियों पर खेलेगी अपना दांव - मुस्लिम बहुल सदर सीट पर मुख्तार और अतीक की नजर yasir.raza@inext.co.in LUCKNOW : विधानसभा चुनाव में सूबे के टॉप माफिया सरगनाओं ने पूर्वाचल के जौनपुर को सियासी अखाड़ा बनने की तैयारी कर ली है। कुछ महीने बाद ही होने वाले विधानसभा चुनाव में जिले की अलग-अलग सीट पर प्रदेश के बड़े डॉन दावेदारी ठोंकेंगे। इसमें सपा और बसपा के टिकट पर एक-दो नहीं, बल्कि पांच डॉन अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं। इस खबर ने प्रदेश की खुफिया एजेंसियों के साथ चुनाव आयोग की भी नींद उड़ा दी है। दोनों की नजरें जौनपुर की सीटों पर माफिया और उनके रिश्तेदारों द्वारा चुनाव मैदान में उतरने पर टिकी हैं। बसपा से कई बाहुबली मैदान मेंबाहुबलियों को चुनावी रण में उतारने के लिए बसपा ने जौनपुर को मुफीद जिले के तौर पर चुना है। बसपा ने ठाकुर कैंडीडेट्स को उतारकर ना सिर्फ जौनपुर में, बल्कि उससे सटे जिलों में ठाकुर मतों को पक्ष में करने की रणनीति तैयार की है। बीएसपी ने भदोही से लगी सीट मडि़याहूं से मुन्ना बजरंगी की पत्नी को उम्मीदवार घोषित कर रखा है। पूर्व सांसद धनंजय सिंह अपनी पुरानी सीट मल्हानी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हाल ही बीएसपी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर एमएलसी बनने वाले बृजेश सिंह भी अपनी पत्नी को यहां की जफराबाद सीट से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं। बृजेश ने हाल ही में इसका ऐलान भी किया था। ध्यान रहे कि धनंजय को बृजेश का करीबी माना जाता है तो मुन्ना बजरंगी का नाम मुख्तार अंसारी के खास सिपहसालारों में शामिल है। इन हालात में चुनाव के दौरान दोनों गुटों के बीच टकराव की नौबत आ जाए तो हैरत की बात नहीं होगी।
मुख्तार और अतीक की भी जौनपुर पर नजरबीएसपी जहां ठाकुरों के जरिये क्षेत्र को साधने में लगी है, वहीं जौनपुर सदर की सीट तीन मुस्लिम कैंडीडेट के बीच में फंसती नजर आ रही है। फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है और नदीम जावेद वर्तमान विधायक हैं। उनके सपा के पाले में आने की चर्चा भी है। सपा के सूत्रों की मानें तो नदीम जावेद सपा में आकर उसी सीट से अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगे। मुस्लिम बहुल सीट होने के कारण दो सरगना की इस सीट पर अपनी नजर लगाए है। एक तरफ मुख्तार अंसारी है, जो मऊ की सीट अपने बेटे को सौंप कर एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र की सुरक्षित सीट तलाश रहे हैं। वहीं इलाहाबाद के डॉन अतीक भी फूलपुर की सीट अपने भाई अशरफ के लिए छोड़ कर इस सीट से चुनाव लड़ने की कवायद में है। सूत्रों का कहना है कि सदर सीट से अतीक ने अपनी दावेदारी सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के सामने पेश भी कर दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि कौमी एकता दल का सपा में विलय होने के बाद सपा इस सीट पर किसे उम्मीदवार घोषित करती है।
highlights मडि़याहूं से मुन्ना बजरंगी की पत्नी उम्मीदवार धनंजय सिंह मल्हानी से आजमा सकते हैं दांव बृजेश सिंह भी पत्नी को जफराबाद उतार सकते हैं मुख्तार अंसारी जौनपुर सदर से उतर सकते हैं अतीक अहमद के भी सदर की राह पकड़ने की संभावना इतने मुकदमे मुख्तार अंसारी: 38 मुन्ना बजरंगी: 42 अतीक अहमद: 44 धनंजय सिंह: 30 जौनपुर विधानसभा सीटें: 9 मडि़याहूं, जफराबाद, केराकत, जौनपुर सदर, मल्हनी, शाहगंज, बदलापुर, मुंगरा बादशाहपुर, मछलीशहर कोटजौनपुर में माफिया द्वारा चुनाव मैदान में उतरने की सुगबुगाहट है। इसे लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्क है। पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ चुनाव संपन्न कराएगी। कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
दलजीत सिंह चौधरी
एडीजी कानून-व्यवस्था