पार्को में बनेंगे किड्स जोन, सिंथेटिक ट्रैक पर वॉक करेंगे बुजुर्ग
- 311 पार्को की एलडीए को मिली जिम्मेदारी
- 27 पार्को का पूरी तरह से होगा पुनर्निर्माण - 284 पार्क डेवलप, उनमें भी बढ़ेंगी सुविधाएं - 100-150 मीटर लंबा होगा सिंथेटिक ट्रैक - बदहाल पार्को की बदलेगी तस्वीर, जनता सुविधाएं डेवलप की जाएंगी - कमिश्नर की ओर से लिया गया इनिशिएटिव, एलडीए को लिखा पत्र - अतिक्रमण और हरियाली डेवलप करने के लिए भी मांगा एक्शन प्लान abhishekmishra@inext.co.inLUCKNOW: वर्तमान समय में बदहाली के दौर से गुजर रहे एलडीए के बदहाल पार्को की तस्वीर बदलने जा रही है। जिन पार्को में अभी कंटीली झाडि़यां उगी हुई हैं या फिर पार्क अर्द्ध विकसित हैं, वहां जल्द ही बच्चे खेलते नजर आएंगे। वहीं क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए परेशान रहने वाले सीनियर सिटीजन (बुजुर्ग) के लिए भी पार्क में ही गपशप प्वाइंट डेवलप किए जाएंगे, जिससे उन्हें सड़क किनारे या फिर इधर-उधर नहीं बैठना पड़ेगा। इतना ही नहीं, बुजुर्गो के लिए प्रमुख पार्को की तर्ज पर अन्य पार्को में भी सिंथेटिक ट्रैक बनाया जाएगा, जिस पर वॉक करने से बुजुर्गो के घुटनों में दर्द नहीं होगा।
कहीं टूटी दीवार तो कहीं घ्ाूमते जानवरहाल में ही कमिश्नर की ओर से पार्को की स्थिति को लेकर एक सर्वे कराया गया था, जिसमें यह जानकारी सामने आई है कि 40 से 50 फीसदी पार्क ऐसे हैं, जो अर्द्ध विकसित हैं या फिर बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं। अगर इन पार्को का सौंदर्यीकरण कराया जाए तो पब्लिक को खासी राहत मिल सकती है। इसके बाद ही कमिश्नर की ओर से एलडीए को बदहाल पार्को की स्थिति बेहतर बनाने के लिए पत्र लिखा गया है।
ये सुविधाएं डेवलप होंगी बदहाल पार्को को किस तरह से डेवलप किया जाएगा, इसके लिए एक्शन प्लान बनाया जा चुका है। कमिश्नर की ओर से उक्त सुविधाएं पार्को में डेवलप करने के लिए कहा गया है। 1-बच्चों के लिए किड्स जोन 2-बुजुर्गो के लिए गपशप कॉर्नर 3-हरियाली पर खासा फोकस 4-सीटिंग अरेंजमेंट 5-प्रॉपर डस्टबिन की व्यवस्था 6-ओपन जिम 7-कंप्लेंट सेंटर 8-पाथ वे 9-वॉल पेंटिंग 10-स्कल्पचर्स 11-योग प्वाइंट हर सप्ताह मॉनीटरिंग कमिश्नर की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैं कि एक्शन प्लान को लेकर हर सप्ताह मॉनीटरिंग की जाएगी, जिससे सुविधाएं डेवलप करने में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न रह जाए। मांगी गई है लिस्टकमिश्नर की ओर से निगम से भी ऐसे पार्को की लिस्ट भी मांगी गई है, जो डेवलप तो हैं, लेकिन उनमें पब्लिक सुविधाओं का अभाव है। एक्शन प्लान में ऐसे भी पार्क शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं, जो विकसित हैं लेकिन उनमें सुविधाएं न के बराबर हैं।
फ्लाईओवर के नीचे हरियाली कमिश्नर की ओर से फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस में अवैध कब्जे होने संबंधी समस्या को लेकर भी नाराजगी जाहिर की गई है। कमिश्नर की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि सभी फ्लाईओवर के नीचे सबसे पहले तो अवैध कब्जे हटाए जाएं साथ ही दोबारा कब्जा न हो, इसके लिए खाली स्पेस में हरियाली डेवलप की जाए। झीलों का भी सौंदर्यीकरण कमिश्नर की ओर से झीलों और तालाबों के सौंदर्यीकरण को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं। कमिश्नर का मानना है कि कई ऐसी झीलें और तालाब हैं, जिन्हें विकसित किया जा सकता है। वर्तमान समय में उनकी स्थिति बेहद खराब है। अगर झीलों और तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाए तो उन पर अवैध कब्जे नहीं होंगे। वर्जन बदहाल पार्को का जल्द से जल्द डेवलप करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही फ्लाईओवर के नीचे भी हरियाली विकसित की जाएगी। मेरे स्तर से एक्शन प्लान की लगातार मॉनीटरिंग भी होगी। मुकेश मेश्राम, कि1मश्नर, लखनऊ वर्जनकमिश्नर की ओर से मिले निर्देशों के अनुसार पाकरे का सर्वे कराकर उनका सौंदर्यीकरण कराने को लेकर कार्य योजना तैयार की गई है। जल्द ही डेवलपमेंट वर्क शुरू किया जाएगा।
एसपी सिसोदिया, डिप्टी डायरेक्टर, हार्टिकल्चरल, एलडीए