सिर्फ पाक में नहीं होते सूफी गायक : कुनाल
Lucknow: इंडिया में अपने देश के आर्टिस्ट्स को प्रमोट करने के बजाय फॉरेन के सिंगर्स से काम करवाया जाता है। यह ट्रेंड सही नहीं है। यह कहना है चन्ना वे फेम सिंगर कुनाल गांजावाला का। उन्हें इंडिविजुअल आर्टिस्ट से कोई प्राब्लम नहीं बल्कि इस कल्चर से प्राब्लम है कि बाहर से टूरिस्ट वीजा पर आने वाले कलाकार यहां पर प्रोफेशनल काम करके पैसा कमाते हैं और निकल जाते हैं। अगर उन्हें यहां काम करना ही है तो उन्हें प्रोफेशनल वीजा लेकर आना चाहिए.
कुनाल ने बताया कि उनकी वाइफ भी एक प्रोफेशनल एक्टर हैं। पिछले दिनों एक प्ले के सिलसिले में वो काम करने विदेश गई थीं। जहां उन्हें दो महीने सिर्फ परमीशन लेने में लगे क्योंकि वो इंडियन थीं और उसे वहां काम करना था। वहां के लोग किसी विदेशी से काम करवाना पसंद नहीं करते जबकि अपने देश में बाहरी लोग आकर खूब पैसे कमाते हैं.
इंडिया पाकिस्तानी गायकों ने बहुत से गाने गाए हैं पर सूफी संगीत सिर्फ पाकिस्तान में नहीं गाया जाता। अपने देश में भी बेहतरीन सूफी गायक हैं और उन्हें मौके मिलने चाहिए.
बेहतरीन composer हैं हिमेश
रियलिटी शोज के बारे में बात करते हुए कुनाल ने बताया कि उन्होंने अब तक सिर्फ बच्चों के एक रियलिटी शो में काम किया है। रिसलिटी शो एक प्लेटफार्म है पर पेरेन्ट्स इसे इतना इम्पोरटेंट बना लेते हैं कि इस चक्कर में बच्चे अपना मेन गोल भूल जाते हैं। हर कोई सुनिधि चौहान या फेमस सिंगर नहीं बनता.
कुनाल के अनुसार वे लखनऊ इससे पहले भी कई बार आए हैं और यहां की आडियंस उन्हें काफी पसंद है। उन्होंने हिमेश रेशमिया की आलोचना करने वालों को सलाह देते हुए कहा कि हिमेश एक बेहतरीन गायक हैं। कुनाल की नजर में संजय लीला भंसाली इंडिया के स्पीलबर्ग हैं.